RAIPUR: रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम से ठीक पहले बीजेपी के पार्षदों को पुलिस चौकी में बिठाए जाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने पार्षद भोलाराम साहू और दीपक जायसवाल को यहां की रामनगर चौकी में बिठा दिया था। जिसे लेकर चौकी में जमकर जमकर बवाल हुआ। पार्षदों को घर से उठाकर लाने पर पुलिस अधिकारी और पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बीच जमकर बहस हुई।
पूरा मामला गुढ़ियारी थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में काले गुब्बारे छोड़े जाने की खबर मिली थी और इसी आशंका के चलते पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के संत रामदास वार्ड के पार्षद भोलाराम साहू और शहीद चूड़ामणी वार्ड के पार्षद दीपक जायसवाल समेत अन्य नेताओं को रामनगर चौकी में बिठा दिया गया था।
थाने में भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पुलिस अफसरों के बीच तीखी बहस हुई।
पार्षदों को बिठाने की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री राजेश मूणत अपने समर्थकों के साथ रामनगर चौकी पहुंचे और जमकर हंगामा किया। उन्होंने बीजेपी पार्षदों को थाने में बिठाए जाने का विरोध करते हुए पुलिस से सवाल किया कि आखिर पार्षदों को उनके घर से ही क्यों उठा लिया गया। जिसके जवाब में जब पुलिस अधिकारियों ने ये कहा कि वे उन्हें चाय पिलाने के लिए चौकी लेकर आए हैं, तो इस बात से मूणत भड़क गए और उन्होंने गुस्से से जवाब देते हुए कहा कि- भाड़ में गई तेरी चाय। बिना कारण आखिर पार्षदों को क्यों उठाया गया।
थाने के बाहर नारेबाजी करते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत के साथ भाजपा कार्यकर्ता।
राजेश मूणत ने कहा ये मुख्यमंत्री की भेंट मुलाकात कार्यक्रम का विरोध नहीं है, लेकिन बीजेपी के जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम में जाने से रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना कारण पुलिस जनप्रतिनिधियों को रामनगर चौकी ले आई है। जिसका विरोध किया जाएगा हालांकि पुलिस ने इस हंगामे के बाद पार्षदों और अन्य नेताओं को छोड़ दिया लेकिन मूणत यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निकले।
सड़क किनारे सो गए पूर्व मंत्री:मूणत ने फुटपाथ पर बिताई रात, सुबह पुलिस हटाने आई पर नहीं माने
मच्छरदानी लगाकर सड़क किनारे फुटपात पर सोते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत।
रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में पहले नगर निगम चौपाटी बना रहा है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत इसका विरोध कर रहे थे। तीन महीने पहले अनिश्चित कालीन धरने के दौरान सांसद सुनील सोनी और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पंडाल में पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया था। साइंस कॉलेज ग्राउंड के पास दिए जा रहे इस धरने के बीच मूणत अपने घर नहीं लौटे। मूणत ने फुटपात पर पंडाल में ही रात बिताई थी।