छत्तीसगढ़: बीजापुर जिले में एक गर्भवती महिला ने नदी किनारे बच्चे को जन्म दिया है। नदी उफान पर होने की वजह से पार नहीं कर पाए। रेस्क्यू टीम का परिजन इंतजार कर रहे थे। लेकिन, टीम के आने से पहले ही महिला की डिलीवरी हो गई। प्रसव के कुछ मिनटों के बाद रेस्क्यू टीम पहुंची और फिर बोट से नदी पार करवाया। फिर, परिजन कांवड़ के सहारे 3 किमी पैदल सफर तयकर महिला को अस्पताल पहुंचाए।
कुछ इस तरह महिला को अस्पताल तक लाया गया।
बताया जा रहा है कि, मां और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। जानकारी के मुताबिक, झोरवाया नदी के पार झारगोया गांव की रहने वाली सरिता को रविवार को प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद परिजन कांवड़ के सहारे घर से करीब 1 किमी की दूर नदी तक लेकर तो आ गए, लेकिन उफनती नदी को पार करना एक बड़ी चुनौती थी। परिजनों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। सूचना मिलने के कुछ घंटे बाद SDRF की टीम रेस्क्यू करने के लिए पहुंची। लेकिन, इससे पहले ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया।
माँ और नवजात दोनों सुरक्षित हैं।
जिसके बाद SDRF की टीम ने महिला को नदी तो पार करवा दी, लेकिन यहां भी चुनौती कम नहीं थी। नदी किनारे तक खराब रास्ता होने की वजह से एंबुलेंस नहीं आ पा रही थी। इसी वजह से परिजन सरिता और उसके नवजात बच्चे को कांवड़ के सहारे 3 किमी का पैदल सफर तय कर रेड्डी गांव के अस्पताल लेकर आए। जहां इन्हें भर्ती करवाया गया है। डॉक्टरों की मानें तो जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।