RAIPUR: रायपुर के तिल्दा में स्थित शिक्षक कॉलोनी में पत्नी ने पति के साथ मिलकर अपने प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया। हत्या को हादसा या आत्महत्या का रूप देने के लिए आरोपी पति-पत्नी ने मृतक की लाश रेलवे ट्रैक पर फेंक दी।
जानकारी के मुताबिक, वार्ड नंबर- 18 में रहने वाली शादीशुदा महिला ऊषा धीवर का प्रेम प्रसंग वार्ड क्रमांक 18 तिल्दा में रहने वाले अनिल वर्मा (32 वर्ष) के साथ चल रहा था। इस बात का पता उसके पति अश्विनी को चल गया। जिसके बाद बहुत विवाद हुआ और पत्नी ने अपने प्रेमी से दूरी बना ली और मिलना-जुलना छोड़ दिया। रिश्ता तोड़ देने के बाद भी अनिल महिला पर बुरी नीयत रखता था और उसे परेशान कर रहा था, इससे वो बहुत डर गई।
आरोपी पति-पत्नी बाइक पर बैठकर लाश को ट्रैक पर फेंकने ले गए थे। इसी दौरान रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों नजर आए। इस आधार पर ही पुलिस ने दोनों को पकड़ा है।
परेशान होने के चलते बनाया प्लान
महिला ने प्रेमी द्वारा परेशान किए जाने की बात अपने पति को बताई, जिसके बाद दोनों पति-पत्नी ने अनिल वर्मा की हत्या की प्लानिंग बनाई। रविवार 14 मई की रात अनिल के दोस्त ने छठी कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस पार्टी में अनिल भी शामिल हुआ। यहां उसने जमकर शराब पी। रात करीब 12:15 बजे को अनिल अपने घर चला गया। इस बात की जानकारी अश्विनी को हुई, तो उसने अपनी पत्नी ऊषा को इसकी जानकारी दी। साजिश के तहत महिला ने अपने पुराने प्रेमी को मोबाइल पर कॉल करके अपने घर बुलाया।
पूर्व सीआरपीएफ जवान अनिल वर्मा का कत्ल, करतूतों ने ली जान।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
प्लानिंग के मुताबिक, ऊषा ने मिर्च पावडर को एक कागज में रख लिया, साथ ही हथौड़ी, लोहे की रॉड और बैट भी निकालकर एक जगह रखा। कुछ ही देर में अनिल नशे की हालत में उसके घर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया। इस पर ऊषा ने दरवाजा खोला। जैसे ही युवक अंदर आया, महिला ने उसकी आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया।
इससे युवक की आंखें जलने लगी, तभी महिला के पति अश्विनी ने पास में रखा बैट उठाकर युवक के सिर पर दे मारा। पत्नी ऊषा ने भी हथौड़ी से प्रेमी अनिल के सिर पर ताबड़तोड़ वार किया। इस बीच पति ने लोहे की रॉड से भी उस पर हमला कर दिया। इतने पर भी पति-पत्नी का मन नहीं भरा, तो दोनों ने मिलकर रस्सी से युवक का गला घोंट दिया। प्रेमी ने मौके पर दम तोड़ दिया।
आरोपी पति अश्विनी धीवर ने पत्नी के साथ मिलकर युवक की हत्या की।
लाश लेकर 7 किलोमीटर दूर गए
वारदात को दुर्घटना का रूप देने के लिए दोनों आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। पत्नी अनिल का शव पकड़कर पति के साथ बाइक पर बैठ गई। शव को उन्होंने बीच में बिठाकर रखा, ताकि देखने वालों को लगे कि वे 3 लोग कहीं जा रहे हैं। उन्होंने हत्या में इस्तेमाल रॉड, हथौड़ी, बैट और कपड़े भी ले लिए। दोनों तिल्दा से लगभग 7 किलोमीटर दूर जलसो रेलवे फाटक के पास पहुंचे और रेलवे ट्रैक पर शव को फेंक दिया। इस बीच दोनों ने खून से लथपथ कपड़ों के साथ बैट को कोका रोड पर जला दिया और हथौड़ी राड को भी वहीं फेंक दिया।
शव को ठिकाने लगाकर दोनों पति-पत्नी वापस घर आ गए। जिस बाइक से अनिल उनके घर आया था, उस बाइक को भी उन लोगों ने छिपा दिया। सोमवार सुबह मालगाड़ी के ड्राइवर ने तिल्दा स्टेशन में मेमो दिया, जिसमें जलसो रेलवे फाटक के खंभा नंबर 80013 के पास एक व्यक्ति की लाश रेलवे ट्रैक के बीच होने की जानकारी दी गई। स्टेशन मास्टर के द्वारा इसकी सूचना तिल्दा थाने में भी दी गई।
आरोपी पत्नी ऊषा धीवर गिरफ्तार।
जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और युवक की पहचान के लिए जांच शुरू की। इधर मृतक अनिल के घरवाले सोमवार सुबह जब उठे, तो वो घर पर नहीं था। रात को अचानक गायब हो जाने पर उसके परिजन उसे तलाश करने लगे, तभी जानकारी मिली कि एक युवक की लाश पटरियों पर पड़ी मिली है। अनिल के भाई ने घटनास्थल पर पहुंचकर लाश की शिनाख्त की। जांच के दौरान तिल्दा थाना प्रभारी सुदर्शन ध्रुव को जानकारी मिली कि अनिल रात को पार्टी में आया था और उसके बाद घर चला गया था।
पुलिस ने मामले का किया पर्दाफाश
जांच के दौरान टीआई सुदर्शन ध्रुव को मृतक के मोबाइल से पता चला कि देर रात उसके साथ किसी ने बात की है। नंबर का पता करने के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि ये नंबर ऊषा धीवर का है। पुलिस ने ऊषा से पूछताछ की, तो पहले तो वह गोलमोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगी, लेकिन जब पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने पुलिस को शरीर पर लगे चोटों, मौत का वक्त समेत कई जानकारी बारीकी से दी, तो हत्या का खुलासा हो गया। डॉक्टर ने बताया कि ये एक्सीडेंट या आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला है।
थाना प्रभारी तिल्दा सुदर्शन ध्रुव ने दी मामले की जानकारी।
आरोपी पति-पत्नी गिरफ्तार
इसके बाद पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को हिरासत में ले लिया और कड़ाई से पूछताछ करनी शुरू की, इस पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। दोनों की निशानदेही पर अनिल की बाइक बरामद, जली हुई बैट, कपड़ों की राख, हत्या में इस्तेमाल हथौड़ी और रॉड को जब्त कर लिया गया। जिस बाइक से अनिल को ले जाया गया था, उसे भी जब्त कर लिया गया। सोमवार देर रात पुलिस ने आरोपी अश्विनी और उसकी पत्नी ऊषा धीवर को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ IPC की धारा 302, 201 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीआरपीएफ का पूर्व जवान था
बता दें कि मृतक अनिल सीआरपीएफ का जवान था, लेकिन बाद में उसके हरकतों को देखते हुए उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। उसके बाद वह कोई काम नहीं करता था। वह 3 बार अलग-अलग मामलों में जेल भी जा चुका था।