बालोद: जिले के डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र में नेहा सिन्हा नाम की 25 वर्षीय महिला की हत्या के आरोपी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। महिला की हत्या 25 मार्च को ग्राम कोटेरा में हुई थी। आरोपी का नाम महेश उर्वशा है। आरोपी नेहा सिन्हा के ड्राइवर पति डोमेंद्र सिन्हा का हेल्पर था।
15 मार्च को पैसे के लालच में आरोपी ने महिला की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। वारदात के वक्त आरोपी शराब के नशे में धुत था। घटना से ठीक पहले महिला ने अपने ड्राइवर पति डोमेंद्र सिन्हा को फोन किया था और बताया था कि उसका हेल्पर महेश शराब पीकर घर आया हुआ है और उसे परेशान कर रहा है। इस पर पति ने तुरंत घर लौटने की बात कही, लेकिन घर लौटने पर उसे अपनी पत्नी की लाश मिली थी। हेल्पर हत्या के बाद फरार हो गया था, जिसकी तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही थी।
पति जब घर लौटा, तो पत्नी नेहा सिन्हा की लाश कमरे में पड़ी हुई मिली थी। शरीर पर गला घोंटने के निशान थे।
घटना के 15 दिन बाद पुलिस द्वारा हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या के तुरंत बाद एसपी द्वारा गठित टीम आरोपी की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। शुरुआत में बालोद से लेकर नागपुर, गोंदिया में आरोपी को ट्रेस किया गया, वहां पुलिस गई, लेकिन उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली। उसे गोंदिया स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में जाते हुए देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने एक बार फिर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और महेश उर्वशा को गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी।
शराब पीने के लिए मांग रहा था पैसे
हत्या का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने बताया कि आरोपी महेश उर्वशा अपने ड्राइवर की अनुपस्थिति में उसके घर गया और उसकी पत्नी से शराब पीने के लिए पैसे मांग रहा था। वह पहले से नशे में था। इसके बाद पैसे देने से मना करने पर आरोपी महिला के साथ हाथापाई करने लगा। वह नेहा के मना करने के बाद भी अंदर कमरे में घुसकर अलमारी खोलने का प्रयास कर रहा था, जिसका महिला ने विरोध किया, तब आरोपी ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी अलमारी में रखे रुपए और गहने लेकर फरार हो गया था।
पुलिस ने आरोपी महेश उर्वशा को गिरफ्तार किया।
ये था पूरा मामला
बता दें कि ग्राम कोटेरा में डोमेंद्र सिन्हा अपनी पत्नी नेहा (25 वर्ष), 2 बच्चों और माता-पिता के साथ रहता था। डोमेंद्र पेशे से ट्रक ड्राइवर है। 15 मार्च को वो गिधाली माइंस से रायपुर गया हुआ था। नेहा के ससुर रिखीराम सिन्हा जो सिंचाई विभाग में काम करते हैं, वे भी ड्यूटी पर थे। उसकी सास मनरेगा में काम करने के लिए गई हुई थी और बच्चे आंगनबाड़ी। जिस वक्त डोमेंद्र अर्जुंदा में था, उसी वक्त पत्नी का फोन आया। वो बेहद घबराई हुई थी।
आरोपी को ले जाती हुई पुलिस।
पत्नी ने फोन पर कहा कि जल्दी से घर आ जाओ, तुम्हारा हेल्पर महेश उर्वशा शराब के नशे में धुत आया हुआ है और परेशान कर रहा है। डोमेंद्र ने पत्नी से कहा कि वो घबराए नहीं, वो फिलहाल अर्जुंदा में है और उसे पहुंचने में थोड़ा वक्त लगेगा। पत्नी की घबराहट को देखते हुए पति ने तुरंत घर की राह पकड़ी। घर पहुंचने पर उसने तुरंत पत्नी को आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। जैसे ही वो अंदर गया, उसे पत्नी की लाश दिखाई दी। वहीं घर की अलमारी भी खुली मिली और सामान बिखरा पड़ा मिला। डोमेंद्र ने पुलिस को बताया था कि अलमारी में रखे 30 हजार रुपए और कुछ गहने गायब हैं।