- आयुष विभाग द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन, ‘होम्यो-दर्शन’ स्मारिका का अनावरण भी किया गया
रायपुर: विश्व होम्योपैथी दिवस पर राज्य शासन के आयुष विभाग द्वारा आज रायपुर के सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम भवन में शासकीय होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारियों के लिए ‘वैलनेस में होम्योपैथी की भूमिका’ विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। आयुष विभाग के संचालक श्री पी. दयानंद ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कोलकाता से आए मुख्य प्रशिक्षक डॉ. आशीष कुमार घोष ने प्रतिभागी चिकित्सा अधिकारियों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स में होम्योपैथी के उपयोग के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए आयुष विभाग के संचालक श्री पी. दयानंद ने कहा कि वर्तमान में होम्योपैथी विश्व में दूसरी सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली पद्धति है। उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सा से संबंधित अपने निजी अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में शासकीय होम्योपैथी चिकित्सकों के द्वारा इस पैथी में बहुत ही सराहनीय काम किए जा रहे हैं। वे कई प्रकार की बीमारियों का इलाज होम्योपैथी से सफलतापूर्वक कर रहे हैं। श्री दयानंद ने कहा कि होम्योपैथी को वर्तमान समय में और भी आगे बढ़ाते हुए रिजल्ट ओरिएंटेड और रिसर्च बेस्ड बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए आयुष विभाग हमेशा तत्पर है।
मुख्य प्रशिक्षक डॉ. आशीष कुमार घोष ने प्रतिभागियों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स में होम्योपैथी को किस प्रकार उपयोग किया जा सकता है और इसके द्वारा कैसे आम लोगों के स्वास्थ्य का संवर्धन किया जा सकता है, इस बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में राज्य के शासकीय होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा किए गए कुछ सफल उपचारों का प्रदर्शन पोस्टरों के द्वारा किया गया जिनकी सभी अतिथियों ने सराहना की। इस अवसर पर होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारियों के विभिन्न कार्यों को संकलित कर संक्षिप्त रूप से प्रदर्शित करने के उद्देश्य से एक स्मारिका ‘होम्यो-दर्शन’ का अनावरण भी किया गया।
प्रशिक्षण के समापन सत्र में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया। आयुष विभाग के संयुक्त संचालक श्री सुनील कुमार दास, राज्य होम्योपैथिक परिषद के रजिस्ट्रार डॉ. संजय शुक्ला, सहायक संचालक (होम्योपैथी) डॉ. सुरेंद्र चंद्राकर, सहायक संचालक (यूनानी) डॉ. परमानंद सोनकर और राष्ट्रीय आयुष मिशन के डॉ. मुकुंद अग्रवाल सहित आयुष संचालनालय के अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।