वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नई पार्टी बनाने पर अरबपति कारोबारी इलॉन मस्क का मजाक उड़ाया है। ट्रम्प ने कहा कि उन्हें दुख हो रहा है कि इलॉन मस्क पूरी तरह पटरी से उतर चुके हैं और पिछले पांच हफ्तों में एक बेकाबू ट्रेन जैसे हो गए हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर ट्रम्प ने कहा कि मस्क अब अमेरिका में तीसरी राजनीतिक पार्टी शुरू करना चाहते हैं, जो इतिहास में कभी सफल नहीं रही है।
ट्रम्प ने कहा,
अमेरिका की व्यवस्था ऐसी पार्टियों के लिए बनी ही नहीं है। तीसरी पार्टियों का एक ही काम होता है, अव्यवस्था और अराजकता फैलाना। और हमारे पास पहले से ही पर्याप्त अराजकता है, जिसे रैडिकल लेफ्ट डेमोक्रेट्स फैला रहे हैं।
अरबपति बिजनेसमैन इलॉन मस्क ने शनिवार को अमेरिका में एक नई पॉलिटिकल पार्टी बनाने का ऐलान किया। उन्होंने इसका नाम अमेरिका पार्टी रखा है।

मस्क ने X पर पोस्ट कर नई पार्टी बनाने की ऐलान किया।
मस्क ने सोशल मीडिया पर पोल के बाद पार्टी बनाई
मस्क ने अपनी सोशल पोस्ट में कहा कि आप में से 66% लोग एक नई राजनीतिक पार्टी चाहते हैं और अब यह आपको मिलेगी। जब बात अमेरिका को बर्बाद करने और भ्रष्टाचार की आती है तो अमेरिका में दोनों पार्टी (रिपब्लिकन और डेमोक्रेट) एक ही जैसी हैं। अब देश को 2 पार्टी सिस्टम से आजादी मिलेगी।
उन्होंने लिखा- आज अमेरिका पार्टी का गठन किया जा रहा है, ताकि आपको आपकी आजादी वापस मिल सके।” इसे लेकर उन्होंने X पर पब्लिक पोल भी किया था।
मस्क ने 4 जुलाई को अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर X पर एक पोल पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने पूछा था कि क्या आप दो पार्टी वाले सिस्टम से आजादी चाहते हैं? क्या हमें अमेरिका पार्टी बनानी चाहिए? पोल के नतीजों में 65.4% लोगों ने “हां” और 34.6% ने “नहीं” में वोट दिया।
मस्क चुनाव नहीं लड़ सकेंगे, किंगमेकर बनना चाहते हैं
अमेरिकी संविधान के अनुसार अमेरिका में जन्मा शख्स ही चुनाव लड़ सकता है। मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ है। ऐसे में वे अमेरिका में चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। मस्क अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारेंगे।
नवंबर, 2026 में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की सभी 435 और सीनेट की 100 में से 34 सीटों पर चुनाव होंगे। मस्क का प्लान हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की 8-10 व सीनेट की 3-4 सीटें जीतना है, जिससे ट्रम्प के बिलों पर रोक लगाकर वे किंगमेकर की भूमिका में आ सकें।
मस्क ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प को 2500 करोड़ रु. का चंदा दिया था। लेकिन फिर मस्क DOGE संस्था से अलग हुए और अब ट्रम्प के बिग ब्यूटीफुल बिल के विरोध में उतरे हुए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक टेस्ला के सीएफओ वैभव तनेजा पार्टी के कोषाध्यक्ष हो सकते हैं। हालांकि, मस्क ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
अमेरिका का टू पार्टी सिस्टम क्या है?
अमेरिका की राजनीति में बीते डेढ़ सौ साल से डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दो ही पार्टियों का दबदबा रहा है। देश में राष्ट्रपति चुनाव से लेकर राज्यों की विधानसभाओं तक इन दोनों दलों का वर्चस्व हैं। इस टू-पार्टी सिस्टम को अमेरिकी लोकतंत्र की स्थिरता की वजह भी माना जाता है।
डेमोक्रेटिक पार्टी की शुरुआत 1828 में एंड्रू जैक्सन के दौर में हुई। यह शुरुआत में किसानों और आम जनता की पार्टी मानी जाती थी।
20वीं सदी में यह सामाजिक कल्याण, न्यू डील जैसे आर्थिक सुधारों और नागरिक अधिकारों की पैरोकार बनी।
वहीं, रिपब्लिकन पार्टी 1854 में गुलामी के विरोध में बनी और अब्राहम लिंकन इसके पहले राष्ट्रपति बने। 20वीं सदी में यह व्यापार और टैक्स कट के समर्थन वाली पार्टी बन गई।
क्यों तीसरी पार्टी सफल नहीं हो पाई?
अमेरिका में कई बार तीसरी पार्टियां बनाई गईं, लेकिन सफल नहीं हो सकीं। 1912 में राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने बुल मूस पार्टी बनाई और 88 इलेक्टोरल वोट हासिल किए।
हालांकि पार्टी अगले चुनाव तक भी नहीं टिक सकी। 1992 में रॉस पेरोट ने 19% पॉपुलर वोट लिए, फिर भी एक भी इलेक्टोरल वोट नहीं मिला।
इन दलों को फंडिंग, संगठन और मीडिया में जगह नहीं मिलती। वोटर्स भी उन्हें वोट काटने वाला मानते हैं। यही वजह है कि लिबर्टेरियन या ग्रीन पार्टी जैसी पार्टियां अब तक राष्ट्रपति चुनाव में 3-4% से ज्यादा वोट नहीं ले पाईं।
अमेरिका में तीसरी पार्टी के सफल न हो पाने की बड़ी वजह इसका चुनावी सिस्टम है। यहां का चुनावी ढांचा टू पार्टी सिस्टम को सपोर्ट करता है।
बिग ब्यूटीफुल बिल को लेकर भिड़े थे मस्क और ट्रम्प
मस्क और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच 5 जून को टैक्स और खर्च में कटौती करने वाले बिग ब्यूटीफुल बिल को लेकर तीखी नोकझोंक हुई थी, जिसके बाद मस्क ने ट्रम्प सरकार से खुद को अलग कर लिया था।
ट्रम्प का कहना था, ‘जब हमने अनिवार्य तौर पर इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के कानून में कटौती करने की बात कही तो मस्क को दिक्कत होने लगी। मैं इलॉन से बहुत निराश हूं। मैंने उनकी बहुत मदद की है।’
इसके बाद मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्रम्प को एहसान फरामोश बताते हुए लगातार कई ट्वीट किए। मस्क ने कहा, ‘मैं नहीं होता तो ट्रम्प चुनाव हार जाते।’ उन्होंने ट्रम्प पर महाभियोग चलाने तक की बात कही थी।
दरअसल, मस्क का कहना था कि ट्रम्प का यह बिल अमेरिका में लाखों नौकरियां खत्म कर देगा और हमारे देश को बहुत बड़ा रणनीतिक नुकसान पहुंचाएगा।’ हालांकि 4 जुलाई को ट्रम्प के साइन करने के बाद बिल कानून बन चुका है।

(Bureau Chief, Korba)