बालोद: करहीभदर निवासी भाजपा नेता पूर्व जनपद अध्यक्ष दयानंद साहू के फार्म हाऊस में बुधवार को शाम 5.30 बजे एक दंतैल हाथी घुस गया। जिसे अचानक देख दयानंद साहू बगल में ही बनी झोपड़ी की ओर भागे और उसमें घुसकर उन्होंने अपनी जान बचाई। हाथी इतने गुस्से में था, कि वह अपने सूंड से वहीं रखे ईंट को झोपड़ी की तरफ फेंकने लगा।
वह ताे भाजपा नेता की किस्मत अच्छी थी कि हाथी की नजर उन पर नहीं पड़ी, यदि उसकी नजर भाजपा नेता पर पड़ती तो कुछ भी हो सकता था। श्री साहू ने बताया कि वह खेत में कार्यरत मजदूरों को छुट्टी देने के बाद अपने भतीजे के साथ शाम 5.30 बजे नहाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान उनके भतीजे ने उन्हें आवाज दिया कि चाचा आपके पीछे हाथी है, पहले तो वह मजाक समझने लगे, लेकिन जब पीछे मुड़कर देखा तो डर से कांपने लगे। उनके और हाथी के बीच एक नहरनुमा गड्ढा ही था, जब उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो हाथी की नजर कहीं और थी, जिसके तुरंत बाद वह अपने भतीजे के साथ पास ही स्थित झोपड़ी में गए। लगभग आधा घंटे बाद उन्होंने वन विभाग के एक कर्मचारी को वाट्सएप मैसेज से हाथी के आने की सूचना दी। आधे घंटे के बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई, फिर हाथी खेत से होते हुए जंगल की ओर भाग गया।
पूर्व जनपद अध्यक्ष दयानंद साहू ने झोपड़ी में घुसकर बचाई जान, वाट्सएप मैसेज से फॉरेस्ट विभाग को दी सूचना
भास्कर न्यूज | बालोद करहीभदर निवासी भाजपा नेता पूर्व जनपद अध्यक्ष दयानंद साहू के फार्म हाऊस में बुधवार को शाम 5.30 बजे एक दंतैल हाथी घुस गया। जिसे अचानक देख दयानंद साहू बगल में ही बनी झोपड़ी की ओर भागे और उसमें घुसकर उन्होंने अपनी जान बचाई। हाथी इतने गुस्से में था, कि वह अपने सूंड से वहीं रखे ईंट को झोपड़ी की तरफ फेंकने लगा। वह ताे भाजपा नेता की किस्मत अच्छी थी कि हाथी की नजर उन पर नहीं पड़ी, यदि उसकी नजर भाजपा नेता पर पड़ती तो कुछ भी हो सकता था। श्री साहू ने बताया कि वह खेत में कार्यरत मजदूरों को छुट्टी देने के बाद अपने भतीजे के साथ शाम 5.30 बजे नहाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान उनके भतीजे ने उन्हें आवाज दिया कि चाचा आपके पीछे हाथी है, पहले तो वह मजाक समझने लगे, लेकिन जब पीछे मुड़कर देखा तो डर से कांपने लगे। उनके और हाथी के बीच एक नहरनुमा गड्ढा ही था, जब उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो हाथी की नजर कहीं और थी, जिसके तुरंत बाद वह अपने भतीजे के साथ पास ही स्थित झोपड़ी में गए। लगभग आधा घंटे बाद उन्होंने वन विभाग के एक कर्मचारी को वाट्सएप मैसेज से हाथी के आने की सूचना दी। आधे घंटे के बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई, फिर हाथी खेत से होते हुए जंगल की ओर भाग गया।
पौधों को उखाड़ फेंका
भाजपा नेता श्री साहू ने बताया कि उन्होंने 10 एकड़ में गन्ने की फसल लगाई है। जिसमें गांव के मजदूरों से काम करवा रहे हैं। जहां हाथी ने खूब उत्पात मचाया और गन्ने की फसल को रौंद दिया। कई पौधों को उखाड़कर फेंक दिया तो कई पौधे हाथी के पैर के नीचे आने से नष्ट हो गए। नतीजा उन्हें काफी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों को किया अलर्ट
वन विभाग की ओर से नयापारा बरही, बरही, कांडे, नारागांव, किनारगोन्दी, नर्रा, रानी माई मंदिर सहित आसपास के ग्रामीणों को हाथी से सतर्क रहने अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने किसी भी ग्रामीण को जंगल में न जाने, सतर्क व सुरक्षित रहने, एक दूसरे को सतर्क करने, हाथी दिखने पर नजदीकी वन अमला को सूचित करने के लिए कहा है।
मौसम, खानपान के माहौल के हिसाब से घूमते हैं हाथी
डीएफओ (वन मंडलाधिकारी) आयुष जैन ने बताया कि मौसम, खानपान के माहौल के हिसाब से हाथी का दल विचरण करता है। हाथियों की याददाश्त बहुत तेज होती है। इन्हें कहीं भी छोड़ दो ये वापस उसी जगह पर आ जाते हैं। इनका विचरण क्षेत्र महाराष्ट्र से ओडिशा बॉर्डर होने के कारण इनके दल की वापसी जल्दी हो जाती है।