Monday, September 15, 2025

पूर्व विधायक के राइस मिल में दंतैल हाथी का उत्पात…. धान के कट्टों और बाउंड्री को पहुंचाया नुकसान, वन विभाग ने ग्रामीणों को किया अलर्ट

बालोद: संजारी बालोद के पूर्व बीजेपी विधायक प्रीतम साहू के राइस मिल में शनिवार रात को दंतैल हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। हाथी ने धान के कट्टों और मिल की दीवार को नुकसान पहुंचा दिया। दंतैल हाथी के उत्पात से पेड़-पौधे भी बर्बाद हो गए हैं। हाथी की मौजूदगी की खबर मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे।

जानकारी के मुताबिक, लगभग डेढ़ महीने से बालोद जिले में हाथियों ने रिहायशी इलाकों में उत्पात मचा रखा है। इस दौरान हाथियों के हमले में 6 लोगों की जान भी जा चुकी है। शनिवार रात को एक दंतैल हाथी पूर्व विधायक प्रीतम साहू की राइस मिल में पहुंच गया और वहां जमकर उत्पात मचाया। बालोद वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में हाथी का लोकेशन बालोद और धमतरी वन मंडल की सीमा बताई जा रही है। हाथी ने जमकर फसलों को भी बर्बाद किया है। यह वन परिसर बोरिदकला एवं बालोदगहन में आता है, जो सहायक वन परिक्षेत्र गुरूर के अंतर्गत आता है।

वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे, गांववालों को अकेले जंगल में नहीं जाने की चेतावनी दी।

वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे, गांववालों को अकेले जंगल में नहीं जाने की चेतावनी दी।

इन गांवों में अलर्ट

वन विभाग ने बताया कि हाथी की मौजूदगी को देखते हुए लगातार मुनादी कराई जा रही है और लोगों से जंगल में अकेले नहीं जाने की चेतावनी दी गई है। वहीं हाथी दिखने पर नजदीकी वन विभाग को सूचित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। हाथी के विचरण क्षेत्र में लोगों के रात में सफर करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

वन विभाग, पूर्व विधायक प्रीतम साहू और राइस मिल के कर्मचारी मौके पर मौजूद।

वन विभाग, पूर्व विधायक प्रीतम साहू और राइस मिल के कर्मचारी मौके पर मौजूद।

बता दें कि वर्तमान में बालोद जिले के लगभग दर्जन भर गांवों में अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें प्रमुख रूपसे कर्रेझर, मुसकेरा, अलोरी, ओनाकोना, आमापानी, बरपानी, नैकुरा मडवाथरा बोरिदकला, मुडखुसरा शामिल हैं।

दंतैल हाथी राइस मिल में घुसा हुआ।

दंतैल हाथी राइस मिल में घुसा हुआ।

बॉर्डर पर हाथियों का दल

दंतैल हाथी लगातार बालोद और धमतरी के बड़े क्षेत्र में विचरण कर रहा है, जिसमें गुरूर और डौंडीलोहारा वन परिक्षेत्र शामिल है। कभी-कभी हाथी धमतरी की ओर चले जाते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा हाथियों का उत्पात बालोद जिले में देखने को मिल रहा है। अब तक यहां हाथी के हमले में 6 लोगों की मौत हो चुकी है।



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