छत्तीसगढ़: कांकेर में शहर से सटे एक गांव के देवी मंदिर में बकरे की बलि देने के बाद हंगामा हो गया है। बलि के चलते ग्रामीण भड़क गए हैं। उनका कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है। इसके चलते मंदिर का जल कुंड भी अशुद्ध हो गया है। वहीं ग्रामीणों को अनहोनी का डर भी सता रहा है। ऐसे में सरपंच सहित सभी ग्रामीण शिकायत लेकर थाने पहुंचे और FIR दर्ज कराई है। मामला अजाक्स थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, ग्राम पंचायत माकड़ी सिंगराय में देवी मंदिर है। आरोप है कि बंशीलाल यादव ने वहां बकरे की बलि दी है। इसे लेकर गांव वालों ने बैठक बुलाई, लेकिन बंशीलाल यादव शामिल नहीं हुआ। इससे पूरा गांव नाराज है। घटना से लोगों में अनहोनी का डर भी है। बंशीलाल पर कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को ग्रामीण पुलिस के पास पहुंचे और शिकायत की। इसमें सरपंच सांवतराम नेताम, नंदूराम उसेंडी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।
ग्रामीणों ने पुलिस से की शिकायत।
सरपंच सांवतराम नेताम ने बताया कि बंशीलाल यादव ने यह काम किया है। देवी पूरे गांव की है और हर कोई वहां पूजा-अर्चना करता है। इससे पहले कभी भी किसी ने वहां किसी जानवर या पक्षी की बली नहीं दी है। यह पहली बार हुआ है। उन्होंने बताया कि गांव में जब भी कोई कार्यक्रम होता है, तो उसके लिए बनाए जाने वाले भोजन में वहां से थोड़ा पानी लाया जाता है। अब यह पानी भी दूषित हो गया है।
जमीन भी वापस लेने की मांग ग्रामीणों ने बताया बंशीलाल यादव को दूसरे गांव से मवेशी चराने के लिए लेकर आए थे। उसे ग्रामीणों ने खाने कमाने के लिए कुछ जमीन भी दी थी। अब वह न तो बैल चराता है और न ही गांव के नियमों को मानता है। ग्रामीणों ने जो जमीन उसे दी है उसे भी बेच रहा है। उसके द्वारा किए गए कृत्य को देखते ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बंशीलाल यादव को दी गई जमीन वापस कराई जाए। उसे शासकीय जमीन घोषित किया जाए।