Sunday, October 5, 2025

अमेरिका वीजा वॉर: 7 देशों का भारतीय टैलेंट को न्योता मिला, रोजगार के नए अवसर आए; ट्रम्प ने H-1B की फीस बढ़ाकर ₹88 लाख की थी

वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वीजा वॉर से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स और स्टूडेंट्स की उम्मीदों को झटका लगा है। लेकिन इस बीच दुनिया के 7 बड़े देशों ने भारतीय टैलेंट पूल पर नजरें जमा ली हैं।

इनमें आईटी हब यूरोपीय देश फिनलैंड और दुनिया की दूसरे नंबर की टॉप यूनिवर्सिटी वाला देश ताइवान प्रमुख है। पांच अन्य देश- कनाडा, जर्मनी, यूके, दक्षिण कोरिया और चीन ने भी उदार वीजा की पहल की है। ये सभी भारतीय आईटी, मेडिको और अन्य साइंस प्रोफेशनल्स को अपने देश में आने का न्योता दे रहे हैं।

ट्रम्प ने हाल में H-1B वीजा की वन टाइम फीस बढ़ाकर लगभग 88 लाख रुपए करने की घोषणा की है। H-1B वीजा कैटेगरी में हर साल 70 फीसदी से ज्यादा भारतीय प्रोफेशनल्स होते हैं। H-1B वीजा के लिए पहले औसतन 6 लाख रुपए लगते थे। यह 3 साल के लिए मान्य होता था।

इसे दोबारा फीस देकर 3 साल के लिए रिन्यू किया जा सकता था। अगर सालाना 88 लाख रुपए के हिसाब से जोड़ें तो अब अमेरिका में H-1B वीजा के लिए 6 साल में 5.28 करोड़ चुकाने होंगे, यानी खर्च 50 गुना से ज्यादा बढ़ जाएगा।

AI: टॉप 15 ताइवान यूनिवर्सिटी भारत आएंगी

AI एक्सीलेंस से लेकर सेमी कंडक्टर के कोर्स के साथ ताइवान की 15 से अधिक यूनिवर्सिटीज ने इस महीने भारतीय छात्रों के बीच आने का फैसला किया है। कैंपस सलेक्शन होगा। साथ ही एक्सचेंज प्रोग्राम और जॉइंट रिसर्च भी होगा। इनमें से कम से कम पांच ऐसे संस्थान भी शामिल हैं जिनकी गिनती विश्व के शीर्ष 350 विश्वविद्यालयों में होती है। इनमें नेशनल सिंगहुआ, कौसिउंग मेडिकल, नेशनल इलान और चाइना मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रमुख है।

ई-स्पोर्ट्स: सबसे बड़े गेमिंग एक्सपोर्टर फिनलैंड से आईटी करार

भारत में फिनलैंड के राजदूत किम्मो लाहरदेविरटा ने भास्कर को बताया कि हमारा देश ई-स्पोर्ट्स सेक्टर में सबसे बड़ा गेमिंग एक्सपोर्टर है। फिनलैंड ने भारत के आईटी सेक्टर के साथ साझेदारी की है जिसके तहत साझा गेमिंग क्लस्टर के माध्यम से विश्व स्तरीय गेमिंग टाइटल्स का बाकी देशों को निर्यात किया जाएगा। इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट एंड इनोवेशन काउंसिल के साथ करार किया गया है।

फ्री वीजा फीस और एक्सप्रेस एंट्री के ऑफर दे रहे कई देश

भारतीय टैलेंट के लिए यूके ने वीजा फीस फ्री करने का ऑफर दिया है। कनाडा ने एक्सप्रेस एंट्री देने को कहा है। दक्षिण कोरिया और चीन ने उदार वीजा नीतियों की घोषणा की है। जबकि, चीन ने आईटी प्रोफेशनल्स को स्पेशल ‘के’ कैटेगरी का वीजा का ऐलान किया।



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