उत्तर बस्तर कांकेर: जनसंपर्क संचालनालय रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। छयाचित्र प्रदर्शनी, कला जत्था तथा एलईडी स्क्रीन के माध्यम से विभिन्न योजनाओं जैसे – गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजन एवं राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव युवा मितान क्लब, मिलेट मिशन, मुख्यमंत्री श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनीक योजना, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सहित अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिला मुख्यालय कांकेर में नया बस स्टैण्ड के पास 01 से 03 अगस्त तक छायाचित्र प्रदर्शनी एवं एलईडी स्क्रीन के माध्यम से राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। आज कला जत्था के माध्यम से भी छत्तीसढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम लोगों को दी गई।
एलईडी स्क्रीन एवं छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं – मुख्यमंत्री श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स, मिलेट मिशन, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव युवा मितान क्लब, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनीक योजना, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सहित अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि राजीव युवा मितान क्लब अंतर्गत राज्य के प्रत्येक ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में लगभग 13,269 राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया है। प्रत्येक युवा मितान क्लब को राज्य सरकार द्वारा रचनात्मक गतिविधियों एवं छत्तीसगढ़ के संस्कृति, पर्यावरण, खेल इत्यादि को बढ़ावा देने के लिए 01 लाख रूपये का अनुदान दिये जा रहे हैं। इसी प्रकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर अब तक 107.53 लाख मैट्रिक टन से अधिक की धान खरीदी की गई है। धान के बदल अन्य फसलों की खेती के लिए सरकार द्वारा इनपुट सब्सीडी भी दी जा रही है।
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के अंतर्गत 4.99 लाख से अधिक ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूरों को 07 हजार रूपये प्रतिवर्ष की मदद दी जा रही है। गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठानों में 02 रूपये प्रति किलो की दर से गोबर और 04 रूपये प्रति लीटर में गौ-मूत्र की खरीदी की जा रही है। मिलट मिशन अंतर्गत कोदो-कुटकी एवं रागी की उत्पादकता को बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के लगभग 20 जिलों के 85 विकासखण्डों में मिलेट्स की खेती की जा रही है। एक वर्ष में मिलेट्स का रकबा 69 हजार से बढ़कर 01 लाख 88 हजार हेक्टेयर तक पहुंच गया है। कांकेर जिले में भी कोदो-कुटकी-रागी की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किये गये हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर तथा गोटूलमुण्डा विकाखण्ड दुर्गूकोंदल में लघु धान्य प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की गई है, इसके अलावा नाथियानवागांव में निजी कंपनी के द्वारा देश का सबसे बड़ा प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किया गया है।