राजस्थान/भरतपुर: साथ पढ़ने वाली कॉलेज की 18 वर्षीय छात्रा ने संबंध बनाने से इनकार किया तो मनचले छात्रों ने उसे जहर पिला दिया। छात्रा की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में दम तोड़ दिया। मरने से पहले छात्रा ने पूरा वाकया अपनी मां को बता दिया था। मामला भरतपुर का है। वह B.A. B.Ed. फर्स्ट ईयर में पढ़ती थी। साथ में पढ़ने वाले छात्र उसे करीब डेढ़ महीने से परेशान कर रहे थे। छात्रा के पैरों पर सफेद दाग थे, जिसे लेकर वह उस पर टोंट कसते थे। वह छात्रा से अवैध संबंध बनाने को लेकर भी दबाव बनाते थे।
हलैना थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक, 5 अप्रैल को छात्रा दोपहर 3 बजे डीपीएम कॉलेज से निकली। आरोपी लड़कों ने उसका पीछा किया। टोंट कसे और छेड़छाड़ करने लगे। युवती को उन्होंने जबरन कोई ड्रिक पिला दी। वह घर आई तो उसे उल्टियां होने लगीं। शाम करीब 5 बजे उसे आरबीएम अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अगले दिन 6 अप्रैल को सुबह 9 बजे पोस्टमाॅर्टम हुआ। शाम को पुलिस में परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई। देर शाम FIR दर्ज कर ली गई। शुक्रवार को पुलिस मामले की जांच करने लड़की के मामा के घर और कॉलेज पहुंची।
मामा के घर रहती थी छात्रा
छात्रा के मामा हलैना थाना इलाके में रहते हैं। वह उनके पास रहकर पढ़ाई कर रही थी। आरोप है कि एडमिशन के बाद से ही उसकी क्लास में पढ़ने वाले कुछ छात्र उसके रहन-सहन को लेकर और उसके पैरों पर सफेद दाग को लेकर फब्तियां कसते थे। फरवरी से छात्रा परेशान थी। परिजनों का कहना है कि साथ पढ़ने वाले कुछ लड़कों ने छात्रा का पीछा करना शुरू कर दिया। वे उसे रास्ते में परेशान करते और उसके साथ अवैध संबंध बनाने का दबाव बनाते। तब भी उन्होंने छात्रा को रास्ते में कुछ पिलाने की कोशिश की थी। लेकिन उस समय वह वहां से भाग गई। छात्रा ने अपने परिजनों से भी छात्रों के बारे बताया था। इसके बाद परिजन उससे मिलने कॉलेज पहुंचे। कॉलेज में उससे मिलने नहीं दिया गया।
समय रहते कॉलेज प्रबंधन उचित कार्रवाई करता तो शायद छात्रा जिंदा होती।
शिकायत के बाद टीचर ने नहीं की कोई कार्रवाई
छात्रा के घरवाले मामा के घर उससे मिले और सारी घटना के बारे में उससे पूछा। तब छात्रा के परिजनों ने कॉलेज में जाकर छात्रों की शिकायत की। इस पर टीचर ने छात्रों को डांटने की बजाए प्रार्थना के समय सभी स्टूडेंट्स के सामने कहा कि यह लड़की दो-चार लड़कों को मरवा कर छोड़ेगी। इसके बाद वह और भी ज्यादा डिप्रेशन में आ गई। शिकायत के बाद भी टीचर ने छात्रों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की।
5 अप्रैल को छात्रा को पिलाया जहर
18 साल की छात्रा के भाई ने बताया की उसकी बहन का 5 अप्रैल को फोन आया था। उसने बताया कि जब वह कॉलेज से लौट रही थी तो विक्रम, नरेश, संदीप और दो अन्य लड़कों ने उसे रास्ते में रोका और जबरन कुछ पिला दिया। वह अपने मामा के घर पहुंची और उसकी तबीयत खराब होने लगी। वह घर में लेट गई। कुछ देर बाद उसे उल्टियां होने लगीं। तभी उसके मामा उसे लेकर आरबीएम अस्पताल पहुंचे, जहा डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भाई ने बताया कि कुछ लड़कियां भी छात्रों का सहयोग करती थीं।
भाई का छलका दर्द। बोला- बहन को न्याय मिले।
कॉलेज संचालक बोला- सुसाइड पर अफसोस है
कॉलेज संचालक संतोष कुमार ने कहा- लड़की के परिजनों से पता चला कि उसने सुसाइड किया है। सुनकर अफसोस हुआ। हमारे कॉलेज में पढ़ने वाली हर लड़की हमारी बेटी है। घटना कॉलेज के बाहर हुई है। लड़की को कोई परेशान कर रहा था तो कॉलेज में बताती। लेकिन उसने किसी को कोई शिकायत नहीं की थी। न ही परिजनों की ओर से कोई शिकायत की गई थी। बाकी जो भी दोषी हो उसे सजा मिलनी चाहिए। उधर, एफआईआर में कॉलेज का नाम शामिल है और टीचर्स के खिलाफ भी नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
जहर से हुई छात्रा की मौत। पुलिस कर रही मामले की जांच।
पुलिस प्रशासन पहुंचा कॉलेज
घटना के बाद गुरुवार को छात्रा के परिजनों ने हलैना थाने में मामला दर्ज करवाया। शुक्रवार को पुलिस हरकत में आई और जांच करने कॉलेज पहुंची। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि मामला कॉलेज से बाहर का है। इसलिए इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है।