अंबिकापुर: सरगुजा संभाग में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण पिछले 2 दिनों से मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। शुक्रवार की शाम सरगुजा जिले में तेज हवा और बारिश के साथ कई जगहों पर जमकर ओले गिरे। मैनपाट में ओला गिरने से सड़क पर सफेद चादर सी बिछ गई।
जहां सुहाने मौसम में कुछ लोग मस्ती करते दिखाई दिए, तो वहीं बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रबी फसल पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ा है। बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से सब्जियों की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। इसके साथ ही दलहन, तिलहन की फसल भी पककर तैयार है, जिसे नुकसान पहुंचा है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव
सरगुजा में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आया है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर 1.5 किमी तक विस्तारित है। एक द्रोणिका, हवा की अनियमित गति मध्य मध्यप्रदेश के उत्तरी भाग से दक्षिण तमिलनाडु तक 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है।
मैनपाट में ओला गिरने से सड़क पर सफेद चादर सी बिछ गई।
विक्षोभ की सक्रियता के कारण सरगुजा संभाग में भी गुरुवार की शाम जगह-जगह तेज आंधी के साथ बारिश हुई थी। शुक्रवार सुबह को भी यहां तेज बारिश हुई। सुबह 9 बजे के बाद मौसम साफ हो गया और तेज धूप निकली। लेकिन दोपहर करीब 3.30 बजे एक बार फिर मौसम ने करवट ली और आसमान में घने बादल छा गए। यहां 17.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बारिश के साथ-साथ मैनपाट समेत संभाग के कई इलाकों में जमकर ओलावृष्टि भी हुई। मैनपाट और लखनपुर में ओले गिरने से सड़क पर सफेद चादर नजर आने लगी।
ओलावृष्टि से किसानों में चिंता, रबी और सब्जियों की फसल को नुकसान।
लोगों ने उठाया मौसम का लुत्फ
सरगुजा में कई जगहों पर ओलावृष्टि होने की जानकारी मिली है। अंबिकापुर शहर में भी छोटे आकार के ओले गिरे हैं। सबसे अधिक मात्रा में मैनपाट में ओलावृष्टि हुई है। आने-जाने वाले लोगों ने इसका वीडियो बना लिया। कुछ कार सवार गाड़ी रोककर मौसम का लुत्फ उठाते हुए नजर आए।
2 अप्रैल को नया विक्षोभ होगा सक्रिय
मौसम वैज्ञानिक एएम भट्ट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण मौसम खराब है। यह शनिवार तक खत्म होने की संभावना है। इसके साथ ही 2 अप्रैल को एक और नए विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जो 4 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा।
शहर का पारा गिरा
पिछले दो दिनों से मौसम खराब रहने से अधिकतम तापमान में 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस था, जबकि शुक्रवार को तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान में भी 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में शुक्रवार को हुई बारिश
बता दें कि छत्तीसगढ़ के कई जिलों में शुक्रवार को बारिश हुई है। इसके अलावा तेज अंधड़ के साथ बिजली गिरने की भी संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार मौसम ऐसे ही करवट बदल रहा है। गुरुवार रात को भी प्रदेश के रायपुर, बिलासपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई थी।
शुक्रवार देर रात राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में अंधड़ और तेज बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। गरज-चमक के साथ हुई बारिश की वजह से कई इलाकों में बिजली गुल हो गई, तो वहीं सड़कों पर जाम के हालात बन गए। कई मार्गों पर भी पानी भर गया। जिसके चलते भी लोग परेशान होते रहे।
18 जिलों के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने 18 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। जिसके मुताबिक रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, पेंड्रा रोड, कोरबा, मुंगेली, जांजगीर, कबीरधाम, बेमेतरा, बलौदाबाजार, राजनांदगांव, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा, बस्तर, और इससे लगे जिलों में अंधड़ चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है।