Saturday, May 4, 2024
Homeछत्तीसगढ़रायपुरकिसान रोकेंगे रेल: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में 18...

किसान रोकेंगे रेल: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन, आरंग रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर बैठेंगे किसान…

किसानों ने रायपुर जिले के आरंग रेलवे स्टेशन के पास रेल रोकने की तैयारी की है।

  • छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ की कोर कमेटी में फैसला
  • संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में रेल रोकने का किया है आह्वान

रायपुर/ केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में एक और प्रदर्शन की तैयारी है। किसान 18 फरवरी को रेल रोकने की तैयारी में हैं। यह आरंग रेलवे स्टेशन के पास किया जाएगा। दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में रेल रोकने का आह्वान किया है।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ कोर कमेटी की आज हुई बैठक में 18 फरवरी को रेल रोकने का फैसला हुआ। महासंघ संयोजक मंडल के डॉ. संकेत ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में और सभी फसलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर लाखों किसान आंदोलनरत हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 फरवरी को देशभर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है। इसी के तहत रायपुर में आरंग रेलवे स्टेशन के पास दोपहर 12 से 4 बजे तक रेल रोकने का निर्णय लिया गया है। रायपुर-विशाखापट्‌टनम रेल खंड पर स्थित आरंग रेलवे स्टेशन पूर्व तटीय रेलवे के संबलपुर मंडल में आता है। इस रेल खंड पर सामान्य तौर पर करीब 20 रेलगाड़ियों का आना-जाना है।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के नेताओं ने कहा कि भाजपा लगातार यह भ्रम फैला रही है कि केंद्र सरकार के कृषि कानून किसान हितैषी हैं। उनका कहना है कि इसका विरोध केवल हरियाणा और पंजाब के कुछ किसान संगठन कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि इस कॉर्पोरेट परस्त कानून के खिलाफ जरूर पंजाब और हरियाणा के किसानों ने आवाज उठाई थी, लेकिन अब यह देशव्यापी आंदोलन का स्वरूप ले लिया है। अब यह केवल किसानों का ही नहीं बल्कि आम जनता का आंदोलन बन चुका है। इस आंदोलन में छत्तीसगढ़ के किसान शामिल है। वे केवल अपने राज्य तक ही सीमित न होकर देशव्यापी आंदोलन में शामिल है यह सिंघु बॉर्डर में छत्तीसगढ़ के टेंट से स्थापित हो गया है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular