Saturday, May 4, 2024
Homeछत्तीसगढ़छत्तीसगढ़: तालाब में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने के बाद रेस्क्यू के लिए पहुंचा जवान...

छत्तीसगढ़: तालाब में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने के बाद रेस्क्यू के लिए पहुंचा जवान निकाल रहा था शव, अचानक हाथ में आ गई अपनी ही मां की लाश….

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सोमवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली के तालाब में पलटने से 4 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद रेस्क्यू के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जो किसी को भी झकझोर देने के लिए काफी है। असल में राहत और बचाव के लिए मौके पर पहुंचे डीआरजी के जवान तालाब में ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को निकाल रहे थे। तभी एक जवान ने एक ऐसी महिला का शव बाहर निकाला, जिसका चेहरा देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। हादसे की शिकार वह महिला उसकी मां थी। जवान खुद को रोक नहीं पाया और जोर-जोर से रोने लगा। साथी जवानों ने उसे किसी तरह संभाला।

रेस्क्यू ऑपरेशन में महिला कमांडो भी शामिल रहीं।

रेस्क्यू ऑपरेशन में महिला कमांडो भी शामिल रहीं।

इसी इलाके में सर्चिंग पर थे DRG के जवान
दोपहर के करीब डेढ़ बज रहे थे। डीआरजी(डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) के जवान तेलम-टेटम के पास सर्चिंग पर निकले थे। इसी बीच अचानक शोर मचा, बचाओ-बचाओ। कुछ लोग तेज-तेज से चिल्ला रहे थे। चारों तरफ सिर्फ बचाओ-बचाओं की आवाजें आ रही थीं। ये सुनकर सभी जवान दौड़ते हुए रोड की तरफ गए। यहां उन्होंने देखा कि एक ट्रैक्टर तालाब में जा घुसा है। इतना ही नहीं ट्रैक्टर आधे पानी में डूबा हुआ था। यह देखकर तुरंत एक-एक कर जवान अंदर घुसने लगे। इस रेस्क्यू में जवान वसू भी शामिल था।

कुछ लोग ट्रैक्टर के नीचे इस तरह से फंसे हुए थे।

कुछ लोग ट्रैक्टर के नीचे इस तरह से फंसे हुए थे।

जवानों ने एक-एक कर पहले घायलों को निकाला, फिर देखा कि ट्रॉली के नीचे कुछ लोग दबे हुए हैं। इसके बाद उन्हें निकालना शुरू किया गया। वसू बार-बार पानी में जाकर शवों को बाहर लाता रहा। इसी दौरान एक महिला का शव भी निकाला। पहले पानी में उसे समझ नहीं आया, पर जैसे ही वह बाहर आया, लाश का चेहरा देख उसके होश उड़ गए। वह जोर-जोर से रोने लगा। उसकी तो दुनिया ही उजड़ गई थी। दूसरे जवान उसके पास दौड़कर आए, पता चला कि वह महिला कोई और नहीं, बल्कि उसकी खुद की मां फूके कवासी है। वह अपनी ही मां का शव बाहर लाया था। फूके कवासी कटेकल्याण ब्लॉक के टेटम की रहने वाली थी। वहीं से 30 के करीब लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम में भाग लेने हीरानार जा रहे थे।

हादसे में मारे गए लोगों के परिजन फूट-फूटकर रो रहे थे।

हादसे में मारे गए लोगों के परिजन फूट-फूटकर रो रहे थे।

हादसे में फूके कवासी के अलावा, 9 साल के दिनेश मरकाम, 16 साल की दसई कवासी और कोसा माड़वी (35) की भी दर्दनाक मौत हो गई। 19 लोग घायल हैं। इनमें से 5 लोगों की हालत गंभीर है। पुलिस अभी ये पता लगा रही है कि घायल ग्रामीण और मृतक ग्रामीण कटेकल्याण ब्लॉक के कौन-कौन से गांव के रहने वाले थे।

हादसे के बाद आसपास के ग्रामीण और घायलों के परिजन मौके पर पहुंचे।

हादसे के बाद आसपास के ग्रामीण और घायलों के परिजन मौके पर पहुंचे।

इस वजह से हुआ हादसा
आसपास के लोगों के मुताबिक, सड़क के एक किनारे गड्‌ढा था, तो दूसती तरफ एक छोटा तालाब। इसके चलते ट्रैक्टर ड्राइवर कंट्रोल नहीं कर सका और अनियंत्रित होकर उस छोटे तालाब में गिरा। हादसे के बाद जो लोग सुरक्षित बचे थे, वे भाग निकले।

चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता राशि शासन की ओर से सड़क दुर्घटना में दी जाने वाली सहायता राशि के अतिरिक्त होगी। मुख्यमंत्री बघेल ने इस घटना में घायल सभी व्यक्तियों के बेहतर इलाज के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular