रायपुर । छत्तीसगढ़ में स्कूलों को बंद करने की खबर झूठी निकली। सोशल मीडिया और वेब पोर्टलों में कोरोना की वजह से 31 मार्च तक स्कूलों को बंद रखने की खबरें वायरल हो रही है। इस फर्जी खबर के वायरल होते ही प्रदेश में हडकंप मच गया। लोग कयास लगाने लगे कि अब प्रदेश में फिर से लॉकडाउन लगने वाला है, तो वहीं कई लोग बोर्ड परीक्षा के भी टलने को लेकर सवाल पूछने लगे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो क्लिपिंग को भेजकर इसकी सत्यता की जानकारी कई पाठकों ने मांगी। पाठकों के अनुरोध पर इस आदेश के वायरल टेस्ट करने की सोची। हालांकि जिस आदेश का हवाला देकर स्कूलों को बंद करने की बात की जा रही थी, वो प्रथम दृष्टिया ही गलत लग रही थी, क्योंकि इतने बड़े निर्णय के हालात अभी प्रदेश में है ही नहीं। वहीं ऐसे निर्णय शीर्षस्थ अधिकारियों की बैठक में लिये जाते हैं, जबकि ऐसी बैठक की सूचना भी नहीं थी। आदेश भी पिछले साल यानि 2020 की लग रही थी।
वीडियो क्लिपिंग पुरानी लग रही थी, ये तो साफ हो चुका था, फिर भी इस खबर की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए DPI से ही सीधे संपर्क किया, जिनके आदेश से स्कूल को बंद करने की बात खबरों में की जा रही थी। डीपीआई जितेंद्र शुक्ला से जब एनपीजी ने इस संदर्भ में बात की, तो उन्होंने साफ तौर पर ऐसे किसी भी आदेश को झूठा बताया। एनपीजी से जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि …“ऐसा कोई भी आदेश विभाग की तरफ से जारी नहीं किया गया है और ना ही ऐसी कोई विभाग की तैयारी है, ये खबर पूरी तरह से भ्रामक है, प्रदेश में स्कूल संचालन का जो आदेश राज्य सरकार ने दिया है, वो उसी तरीके से संचालित होते रहेंगे, परीक्षाएं भी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की तरह से संचालित होगी, ऐसे भ्रामक खबरों से सचेत रहें और विभाग की तरफ से जारी अधिकारिक आदेश पर भरोसा करें”