रायगढ़: रायगढ़ में रविवार सुबह अस्थि विर्सजन के लिए महानदी गया युवक लापता हो गया है। जानकारी के मुताबिक युवक अपने मौसा ससुर की अस्थियां बहाने के लिए मिरौनी बैराज गया था, जहां उसका पैर फिसलने से वो पानी में ही डूब गया है। इधर, देर शाम तक गोताखोर उसकी तलाश करते रहे, लेकिन मृतक का पता नहीं चल सका है। पूरा मामला कोसीर थाना इलाके का है।
मृतक का नाम पंचराम सोनी (40) बताया गया है, जो कि सारंगढ़ के टेंगनापाली इलाके का रहने वाला है। बताया गया है कि देर शाम तक तलाशी के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद कर दिया गया है और अब सोमवार सुबह को गोताखोर उसकी तलाश करेंगे।
पंचराम सोनी रविवार सुबह अपने मौसा ससुर की अस्थियां बहाने के लिए गया था।
दरअसल पंचराम रविववार को अपनी पत्नी की मौसी के घर मुड़पार (सारंगढ़) आया था। इसके बाद वो अस्थि विर्सजन करने के लिए सुबह ही मौसा ससुर के बेटे अजीत और अमृत के साथ महानदी पर बने मिरौनी बैराज में पहुंचे। अस्थि विर्सजन करने के बाद तीनों युवक नहाने लगे। नहाने के दौरान ही पंचराम का पैर फिसल गया और नदी के तेज बहाव में बह गया। साथ में गए युवकों ने उसे आसपास ढूंढने की कोशिश की, लेकिन युवक का कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद कोसीर पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
बहाव तेज होने के कारण पुलिस ज्यादा अंदर नहीं जा सकी
सूचना के बाद कोसीर थाने से पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और खुद से आसपास ढूंढने का प्रयास किया। लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण वे भी ज्यादा भीतर नहीं जा सके। शाम साढ़े 5.30 बजे रायगढ़ से गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची, इसके बाद 6.30 बजे युवक की तलाश जारी थी। जिसे अंधेरा होने के कारण बंद कर दिया गया।
सूचना के बाद पुलिस वाले भी मौक पर पहुंचे, पर पानी ज्यादा था, जिसके चलते वो ज्यादा अंदर तक नहीं जा सके।
6 घंटे बाद पहुंची गोताखोरों की टीम
रायगढ़ से गोताखोरों की टीम को पहुंचने में लगभग 6 घंटे लग गए। यही कारण है कि खोजबीन भी देर से शुरू हुई। टीम शाम 6.30 बजे तक लाश को ढूढती रही। बैराज का नीचला हिस्सा होने के कारण लाश के नीचे बहने की आशंका है। इसलिए टीम को लाश नहीं मिली है। नदी के निचले हिस्से में साराडीह बैराज है। सोमवार सुबह यहां तलाश करने की बात कही जा रही है।