बिलासपुर: मेरी बहन की हत्या की गई है। अपार्टमेंट में वह क्यों गई, वहां उसके साथ क्या हुआ, इसकी पुलिस को जांच करनी चाहिए। दुकान संचालक और उसका परिवार की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस को उनसे कड़ाई से पूछताछ करना चाहिए। जिस तरह से खुशबू का शव जमीन पर पड़ा मिला, देखने से वह बिल्कुल ही खुदकुशी जैसा नहीं लगता।
उसकी सैंडिल पैर पर ही थे। शरीर के बाकी हिस्सों में किसी तरह की चोंट नहीं थी। यह हत्या का केस है। हमारा परिवार जानना चाहता है कि दुकान संचालक के अपार्टमेंट में उस दिन क्या हुआ था। दुकान संचालक पर हत्या करने का संदेह है। बहन के साथ जो भी हुआ उसके जिम्मेदार केवल राजेश गुप्ता और उसका परिवार है।
दुकान के कर्मचारियों का हुआ बयान, सभी ने बताया झगड़ा हुआ था : शुक्रवार को पुलिस ने जिस दुकान में युवती काम करती थी वहां के संचालक व कर्मचारियों के बयान लिए। युवती 24 जून की दोपहर दुकान पहुंची थी। यहां उसका झगड़ा हुआ और दुकानदार ने उसे बाहर जाने के लिए कहा। वह काम करना चाहती थी पर दुकानदार से उसे भगा दिया। दुकान से वह गुस्से से निकली थी। इसके कुछ देर बाद ही उसके अपार्टमेंट से गिरने की खबर मिली। माना जा रहा है कि उसने तैश में आकर खुदकुशी कर ली। पुलिस को युवती का मोबाइल भी मिल गया है। इसे वह अपने घर में ही छोड़कर गई थी। मोबाइल बंद होने के कारण पता नहीं चल पा रहा था।