रायपुर/ रायपुर के महापौर सुबह जिस बयान की वजह से सुर्खियों में छा गए, उसका नगर निगम प्रशासन ने शाम होते ही खंडन कर दिया। महापौर एजाज ढेबर के नगर निगम ने उनकी ही बात को मिथ्या (झूठ) बता दिया। दरअसर महापौर एजाज ढेबर ने मंगलवार की सुबह नगर निगम में सभी MIC मेंबर्स और निगम के सीनियर लीडर्स की बैठक बुलाई। इसमें नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे भी थीं।
महापौर ने मीडिया में कहा कि वो चाहते हैं कि रायपुर में वैक्सीनेशन का ग्राफ बढ़े। जिस तरह से चीन में वैक्सीनेशन के बाद ब्लू टिक वाले व्यक्तियों को दुकानों में एंट्री दी जा रही है, कई देशों में जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ उन्हें वीजा नहीं दिया जा रहा है उसी तरह अब हम टीकाकरण अधिक हो इसे लेकर सख्ती करने जा रहे हैं। मेयर ने कहा कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन नहीं होगा, उन्हें राशन दुकान से राशन न मिले, इस पर विचार किया जा रहा है। सब्जी वाले भी बाजार में तभी बैठेंगे जब उनके पास वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट होगा ऐसा भी नियम बनाने का सोच रहे हैं।
नगर निगम कमिश्नर की तरफ से अब ये कहा गया
रायपुर नगर निगम के कमिश्नर प्रभात मलिक की तरफ से निगम प्रशासन ने शाम होते ही इस मामले का खंडन जारी कर दिया। कहा गया कि यह बात पूरी तरह से असत्य भ्रामक और मिथ्या (झूठ) है कि वैक्सीन नहीं लगाया तो ना राशन मिलेगा और ना ही सब्जी बेच सकेंगे। इस संबंध में कोई भी निर्णय ना ही लिया गया है और न ही इस पर कोई विचार किया जा रहा है। नगर निगम के प्रशासन ने कहा कि इस संबंध में सभी लोगों से अनुरोध किया गया है कि वो इस भ्रम में न पड़े कि वैक्सीन नहीं लगाया तो ना राशन मिलेगा और ना ही सब्जी बेच सकेंगे । लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया जाएगा।