राजस्थान: जयपुर के SMS (सवाई मान सिंह) हॉस्पिटल में एक अनोखा केस सामने आया है। यहां कार्डियो विभाग के डॉक्टर्स ने 2 साल के बच्चे के लिवर से करीब 2 इंच लंबी सुई ऑपरेशन करके बाहर निकाली है। इस जटिल ऑपरेशन को करने में 1 घंटे से ज्यादा का समय लगा। डॉक्टर्स ने दावा किया कि लिवर से सुई निकलने का ये पहला मामला है। डॉक्टर्स खुद हैरान हैं कि आखिर बच्चे के शरीर में ये सुई गई कैसे? मुंह के जरिए बच्चा सुई निगलता तो यह पेट में जाकर आंतों को डैमेज करती। सुई फेफड़ों से होकर लिवर में जाकर बुरी तरह से फंस गई थी। लिवर मामूली डैमेज भी हुआ। इंटरनल ब्लीडिंग नहीं हुई, जो सबसे अच्छा रहा। वरना खतरा हो सकता था।
SMS हॉस्पिटल के सीनियर कार्डियो सर्जन डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि बच्चे के माता-पिता को भी नहीं मालूम कि सुई शरीर में कैसे पहुंची। उन्होंने बताया कि 23 फरवरी को बच्चे का ऑपरेशन किया गया था। 2 मार्च को उसे छुट्टी दे दी गई। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। इस पूरे ऑपरेशन में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुनील दीक्षित, डॉ. जमनाराम, डॉ. सतवीर, डॉ. अंशुल भी साथ रहे।
बच्चे के लिवर से निकली सुई का साइज करीब 2 इंच है।
डेढ़ घंटे में ऑपरेशन कर निकाला
डॉक्टर ने कहा- बच्चे को पिछले दिनों जयपुर के जेके लॉन हॉस्पिटल से रेफर किया गया था। एक्सरे, सिटी स्कैन और अन्य जांच रिपोर्ट देखी गई। शुरुआत में ये सुई फेफड़ों के पास फंसी हुई थी। ऑपरेशन करने चले तो उस जगह से सुई मूव होकर लिवर में चली गई। इस कारण प्लान बदलकर ऑपरेशन की जगह चेंज करनी पड़ी। अभी तक बच्चों के पेट में बटन, मटर के दाने, पत्ता गोभी या अन्य कई चीजें फंसने की शिकायतें और केस खूब देखे हैं। इतनी बारीक और नुकीली सुई का मामला पहली बार देखा।
बच्चा रोया तो पेरेंट्स नहीं समझ पाए
डॉ. अनिल ने कहा- बच्चे के माता-पिता मजदूरी करते हैं। बच्चा दर्द के कारण रोने लगा तो वह भी कुछ समझ नहीं पाए। वे उसे जेके लॉन हॉस्पिटल लेकर गए। एक्सरे में छाती के अंदर सुई दिखी। इसके बाद उसे SMS हॉस्पिटल रेफर कर दिया।