Monday, May 6, 2024
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3 ठग महिलाओं को ग्रामीणों ने बंधक बनाया… फर्जी श्रम और राशन कार्ड बनाने के नाम पर ले रही थी पैसा, पुलिस ने गिरफ्तार किया

गरियाबंद: जिले के राजिम थाना क्षेत्र में फर्जी श्रम कार्ड, राशन कार्ड बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। 3 महिलाएं घूम-घूमकर फर्जी राशन कार्ड और श्रम कार्ड बना रही थीं और इसके लिए हरेक व्यक्ति से 500 से 1500 रुपए तक की वसूली कर रही थीं। ग्रामीणों को शक होने पर उन्होंने तीनों महिलाओं को बंधक बना लिया और तहसीलदार और श्रम इंस्पेक्टर को सूचना दी। मामला फिंगेश्वर ब्लॉक के ग्राम कौंदकेरा का है।

जानकारी के मुताबिक, फिंगेश्वर ब्लॉक के ग्राम कौंदकेरा के सरपंच गणेश डहरिया और ग्रामीणों ने बताया कि 3 महिलाओं ने गांव में पिछले 2-3 दिनों से शिविर लगाकर रखा था। उन्होंने खुद के महिला ग्राम विकास संस्था और केंद्र सरकार के कर्मचारी होने का दावा किया। तीनों महिलाओं के नाम अनीता निषाद निवासी सेमहरा, जमना साहू निवासी लोहरसी और रामकुमारी साहू निवासी सहसपुर हैं।

तीनों महिलाओं को लोगों ने पंचायत भवन में बनाया बंधक।

तीनों महिलाएं ग्रामीणों से 500 से 1500 रुपए तक लेकर फर्जी श्रम कार्ड बना रही थीं, साथ ही प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर भी वसूली कर रही थीं। मंगलवार को भी तीनों शिविर में लोगों से पैसा लेकर फर्जी कार्ड बना रही थीं, लेकिन लोगों को उन पर शक हुआ और उन्होंने तीनों महिलाओं को बंधक बना लिया। लोगों ने राजिम थाना पुलिस, तहसीलदार और श्रम इंस्पेक्टर को सूचना दी। तब तक तीनों महिलाओं को पंचायत भवन में रखा।

मौके पर लोगों की भारी भीड़।

मौके पर लोगों की भारी भीड़।

इधर जानकारी मिलते ही राजिम थाना पुलिस, फिंगेश्वर तहसीलदार खोमन ध्रुव और श्रम इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने महिलाओं की जांच की, तो उनके पास श्रमिक पंजीयन संख्या केंद्रीय भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार आवास कल्याण बोर्ड निर्माण के श्रमिकों का पंजीयन पत्र है। इस फार्म में लोगों के डिटेल भरे जाते हैं। इसमें लोगों के बैंक अकाउंट नंबर से लेकर आधार कार्ड तक का विवरण रहता है। आरोपी महिला अनीता निषाद के पास कार्यालय ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली का एक नियुक्ति पत्र भी मिला है, जो फर्जी पाया गया है।

राजिम थाना पुलिस सूर्यकांत भारद्वाज ने बताया कि गांव में शिविर लगाकर और घूम-घूमकर तीनों महिलाएं फर्जी श्रम कार्ड बना रही थी। इसके लिए 500 से 1500 तक रुपए लिए जा रहे थे, वहीं पीएम आवास दिलाने के लिए फार्म भरवाकर भी पैसा वसूला जा रहा था। उन्होंने कहा कि तीनों महिलाओं को थाने लाया गया है, उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिलाओं ने 20 लोगों से 10 हजार से ज्यादा की उगाही कर ली थी। लोगों ने रुपए देने का विरोध किया, तो बात बढ़ी और ठगी का भांडा फूटा।

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