बलरामपुर-रामानुजगंज: जिले के ग्राम पथरी में मां की डांट से नाराज 5वीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 10 साल की बच्ची को मां ने रविवार की शाम बकरी नहीं बांधने पर फटकार लगाई थी। बाद में सोमवार को बच्ची का शव फांसी पर लटका मिला था। सूचना मिलने पर सोमवार को पूर्व सांसद रामविचार नेताम भी परिजनों से मिलने पहुंचे थे। मामला बलरामपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले के ग्राम पथरी निवासी मंजू पोर्ते (10 वर्ष) 5वीं कक्षा में पढ़ती थी। रविवार को स्कूल में छुट्टी होने के कारण वो घर पर ही थी। शाम को उसकी मां ने उसे बकरी बांधने के लिए कहा, लेकिन बच्ची ने मां की बात नहीं मानी। इस पर बच्ची को मां ने डांटा l मां की डांट से मंजू इतना गुस्सा हो गई कि घर छोड़कर निकल गई। पहले तो परिजनों ने सोचा कि वो यहीं कहीं गई होगी, तो ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
घटनास्थल पर गांववालों की भीड़, सभी घटना से स्तब्ध।
जब बच्ची रात होने पर भी घर नहीं लौटी, तो परिजन उसे ढूंढने के लिए निकल गए। उन्होंने पूरे गांव में उसकी तलाश की। सोमवार को गांव के लोगों ने बच्ची की लाश उसके घर से करीब 200 मीटर दूर पेड़ पर दुपट्टे से लटकी देखी और परिजनों को इसकी सूचना दी। परिवार वाले दौड़े-दौड़े आए, जहां बेटी की लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी।
घटना की सूचना बलरामपुर थाना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतारा और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने माता-पिता का बयान दर्ज किया है। मौके पर बलरामपुर थाने से एसआई विवेक भगत और तहसीलदार रोशनी तिर्की ने जांच की। पुलिस ने कहा कि मामला आत्महत्या का लग रहा है, फिलहाल जांच चल रही है।
पूर्व राज्यसभा सांसद परिजनों से मिलने पहुंचे
इधर घटना की सूचना मिलने पर सोमवार को पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे। उन्होंने सांसद निधि से 10 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि परिजनों को दी।