रायपुर: छत्तीसगढ़ में शनिवार को 3 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है। रायपुर में 2 और दुर्ग में 1 पॉजिटिव केस सामने आया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 8 एक्टिव केस है। दो दिन पहले स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को मिलाकर 1499 लोगों की जांच कराई थी। जिसमें से 3 कोरोना पॉजिटिव मिले है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0. 20% है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड की जांच शुरू कर दी है। कोविड से निपटने के लिए शुक्रवार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सभी कलेक्टर और CMHO की बैठक लेकर जरूरी दिशा निर्देश भी दिए थे ।
इन जिलाें में एक्टिव केस
जिला | कोरोना पॉजिटिव केस |
रायपुर | 04 |
बिलासपुर | 01 |
दुर्ग | 02 |
कांकेर | 01 |
कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पर्याप्त व्यवस्था की गई है । रायपुर के सीएमएचओ डॉक्टर मिथिलेश चौधरी ने बताया अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण वाले मरीजों की जांच हो रही है।
अगर कोई पॉजिटिव केस मिल रहा है, तो उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग करने के लिए सैम्पल रायपुर एम्स भेजा जा रहा है। कोरोना संक्रमण से निपटने के जिले में पर्याप्त व्यवस्था है। ऑक्सीजन की पर्याप्त सप्लाई जिले में उपलब्ध है। ऑक्सीजन बेड के साथ कंसंट्रेटर सिलेंडर, ऑक्सीजन प्लांट वर्किंग स्थिति में है।
लोगों को डरने की जरूरत नहीं
सीएमएचओ डॉक्टर मिथिलेश चौधरी ने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। अगर उन्हें सर्दी, खांसी बुखार के लक्षण आते हैं तो वह स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करवाए, और अपना इलाज करवाए ।
लक्षण दिख तो यहां जांच करवाने पहुंचे
सर्दी खांसी बुखार या कोरोना से संबंधित कुछ लक्षण नजर आते हैं तो अपने नजदीकी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच करवा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी हेल्थ सेंटर में कोरोना संक्रमण की जांच की व्यवस्था की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी कलेक्टर को आदेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि, कोविड-19 संक्रमण नियंत्रण में है, लेकिन इसके लगातार बदलते वैरिएंट पर नजर रखना जरूरी है। केरल सहित देश के कुछ राज्यों में कोरोना के केस बढ़े हैं। हालांकि छत्तीसगढ़ में नए वैरिएंट की पहचान नहीं हुई है, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है।
- नए साल और त्योहार को देखते हुए कोविड संक्रमण को रोकने के लिए जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की जांच की जाए।
- कोरोना संबंधी मामलों से निपटने के लिए मॉक-ड्रिल की जाए। सभी उपकरणों की जांच की जाए।
- हर जिले में कोविड की पर्याप्त संख्या में जांच की जाए। कम से कम 100 टेस्ट हर दिन होने चाहिए। हो सके तो सभी RT-PCR विधि से किए जाएं।
- कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर इसके जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल रायपुर एम्स भेजे जाएं। जिससे नए वैरिएंट की पहचान की जा सके।