दंतेवाड़ा: जिले में पुलिस के स्निफर डॉग गेंदू ने एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा दी है। वारदात वाली जगह से पुलिस को प्रत्यक्षदर्शी के घर तक ले गया। जिसके बाद प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस के सामने हत्या का राज खोल दिया। उसने पुलिस को बताया कि 2 लोगों ने मिलकर अधेड़ को कुल्हाड़ी से काट दिया था। इसमें एक 80 प्रतिशत ब्लाइंड है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला फरसपाल थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, 2 दिन पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि, पांडेवार गांव में एक अधेड़ का शव मिला है। इस सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त बलराम ठाकुर (52) के रूप में की थी। शव देखकर पुलिस ने हत्या का अनुमान लगाया था। जिसके बाद स्निफर डॉग गेंदू की मदद से हत्यारे को खोजना शुरू किया गया। वारदात वाली जगह से डॉग गेंदू पुलिस को करीब 800 मीटर दूर स्थित एक घर लेकर गया।
युवक ने खोल दिया हत्या का राज
यहां युवक से पूछताछ की गई। जिसने पहले तो कुछ बताने से मना कर दिया था, हालांकि बाद में उसने पुलिस को मर्डर के बारे में सारी जानकारी दी। उसने बताया कि 3 दिसंबर की रात बलराम ठाकुर और वो साथ में थे। कुछ देर बाद बलराम घर के लिए निकल गया था। इसी बीच उसे कुछ काम के सिलसिले में उससे बात करनी थी तो उसे बुलाने के लिए उसके पीछे गया। कुछ दूरी पर जाने के बाद देखा कि गांव के ही रहने वाले आयतु कड़ती और संजय नाग उसे बेरहमी से मार रहे थे।
इनमें से एक ने कुल्हाड़ी से उसे काट दिया था। आंखों के सामने हत्या होते देख डर गया और वहीं छिप गया था। हत्या के बाद दोनों ने शव को पगडंडी के पास फेंक दिया। उसे शक था कि कहीं इस मामले में किसी को कुछ बताया तो उसे भी मार देंगे। इसलिए घर चला गया था।
पुलिस ने हिरासत में लेकर की पूछताछ
प्रत्यक्षदर्शी के बताए अनुसार पुलिस ने आयतु कड़ती (42) और संजय नाग (26) को हिरासत में लिया। इसके बाद उनसे पूछताछ की गई। हालांकि शुरुआत में उन्होंने टालमटोल किया लेकिन बाद में अपना जुर्म कबूल लिया। दोनों युवकों ने बताया कि मृतक बलराम जादू टोना करता था। उसके जादू टोना करने से 5 साल पहले इन्हें कुछ नुकसान हुआ था। तब से उसे करने की प्लानिंग कर रहे थे।
इसके बाद 3 दिसंबर को उसे अकेला देखकर हत्या की रणनीति बनाई और सुनसान इलाका देखकर कुल्हाड़ी से उसे मार दिया। SDOP राहुल कुमार ने बताया कि, दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है। इन्हें पकड़वाने में पुलिस के डॉग गेंदू की बड़ी भूमिका थी।