नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका और मॉरीशस में UPI यानी ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ सर्विस लॉन्च कर दिया है। अब श्रीलंका और मॉरिशस के लोग भी अपने-अपने यहां इनका इस्तेमाल कर पाएंगे।
जबकि मॉरीशस के लोग भारत में भी UPI पेमेंट कर पाएंगे। वहीं भारत के लोग दोनों देशों में UPI के जरिए पेमेंट कर सकेंगे। हाल ही फ्रांस में भी UPI सर्विस की शुरूआत हुई है। अब लोग UPI के जरिए एफिल टावर के लिए टिकट बुक कर सकेंगे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति और मॉरीशस के प्रधानमंत्री मौजूद
लॉन्च के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘ भारत का UPI अब एक नई जिम्मेदारी निभा रहा है – यूनाइटिंग पार्टनर्स विद इंडिया।’ वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए हुए कार्यक्रम में मोदी के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ के साथ तीनों देशों के सेंट्रल बैंक के गवर्नर भी मौजूद थे।
मोदी ने मॉरिशस में RuPay कार्ड सर्विस भी लॉन्च किया
पीएम मोदी मॉरिशस में UPI सर्विस के साथ RuPay कार्ड सर्विस भी लॉन्च किया है, अब मॉरिशस के बैंक अपने यहां RuPay मैमेनिज्म पर बेस्ड कार्ड जारी कर पाएंगे। इससे दोनों देशों के लोग अपने देश के साथ-साथ एक-दूसरे के यहां भी इन कार्ड्स के जरिए मिलने वाली सेवाओं का इस्तेमाल कर पाएंगे।
2 फरवरी को फ्रांस में लॉन्च किया था
फ्रांस में भारतीय दूतावास ने 2 फरवरी को पेरिस के एफिल टावर पर यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को औपचारिक रूप से लॉन्च किया था। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- यह देखकर बहुत अच्छा लगा। खुशी हुई। यह UPI को ग्लोबल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
फ्रांस में भारतीय दूतावास ने गणतंत्र दिवस का रिसेप्शन रखा था। इस दौरान UPI की फॉर्मल लॉन्चिंग हुई।
मैक्रों की भारत यात्रा के बाद हुई लॉन्चिंग
यह लॉन्चिंग फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की भारत यात्रा के बाद हुई है। 25 जनवरी को मैक्रों जयपुर पहुंचे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें UPI पेमेंट डिजिटल सिस्टम के बारे में जानकारी दी थी। उन्हें पेमेंट करना सिखाया था। इसके अलावा दोनों लीडर्स ने चाय पी थी। इसका पेमेंट राष्ट्रपति मैक्रों ने किया था।
25 जनवरी को मोदी-मैक्रों ने चाय पी। इसका डिजिटल पेमेंट मोदी के फोन से मैक्रों ने किया। फुटेज में मैक्रों के हाथ में फोन दिख रहा है। उन्होंने QR कोड स्कैन किया था।
UPI 2016 में लॉन्च हुआ था
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को 2016 में लॉन्च किया गया। इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है। इसने आसान तरीके से सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता।
UPI को NCPI ऑपरेट करता है
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था।
दिसंबर 2023 में 1200 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शंस हुए
हाल ही में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने युगांडा और नाइजीरिया के दौरे पर कहा कि भारत में सिर्फ एक महीने में इतने कैशलेस ट्रांजैक्शन हुए, जितने अमेरिका 3 साल में करता है। दिसंबर 2023 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए 1200 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शंस हुए। यह लेन-देन 18.23 लाख करोड़ रुपए का था।
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ये आंकड़े जारी करते हुए बताया कि इससे पहले नवंबर में 17.40 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था। यानी लोगों को यह पेमेंट मोड खूब भा रहा है।
(Bureau Chief, Korba)