रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्र की सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पिछले 10 सालों से जिसे हम वॉशिंग मशीन समझ रहे थे, वह तो पूरी लॉन्ड्री सर्विस निकली।
सिंहदेव का आरोप है कि कांग्रेस में 25 से अधिक ऐसे विपक्ष के नेता हैं, जिन पर कांग्रेस में रहते हुए कई आरोप लगाए गए, मुकदमे दायर किए गए, लेकिन अब जब उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर लिया है, तो सब ठीक हो गया है। दागी नेता भी बेदाग साबित हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट।
भाजपा अब भ्रष्टाचारी जुटाओ पार्टी- टीएस सिंहदेव
टीएस सिंहदेव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि भा.ज.पा – भ्रष्टाचारी जुटाओ पार्टी हो गई है। प्रधानमंत्री जिनको देश में घूम-घूम कर भ्रष्टाचारी बताते हैं, फिर अपनी ED, CBI की छड़ी घुमाते हैं और सभी भ्रष्टाचार के दागी नेता अचानक बेदाग हो जाते हैं। जिनके खिलाफ सबसे ज़्यादा नारे लगाए, सत्ता के लालच में उन पर ही फूल बरसाए गए।
25 ऐसे विपक्षी नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया, जिन पर लगातार आरोप लगते रहे, मुकदमे दर्ज होते रहे और पार्टी बदलते ही अचानक वे केस रफा-दफा हो गए।
नेता जिन पर कांग्रेस ने लगाए आरोप
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक सूची जारी की थी, जिसमें कांग्रेस के वो नेता जिन पर कांग्रेस में रहते हुए कई केस दर्ज थे, लेकिन भाजपा ज्वाइन करते ही सब रफा-दफा कर दिए गये।
हिमंत बिस्वा सरमा: गुवाहाटी में जलापूर्ति घोटाले में आरोपी। भाजपा ने पहले उनके खिलाफ एक श्वेत पत्र निकाला था।
नारायण राणे: इनके खिलाफ CBI/ED ने कई मामले दर्ज किए हैं। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
अजित पवार: पीएम मोदी ने एनसीपी के खिलाफ 70,000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया। ED ने सतारा के जरांदेश्वर चीनी मिल की 2010 में धोखे से हुई बिक्री में चार्जशीट दाखिल की। अजित पर जांच जारी थी।
हसन मुश्रीफ: ED हसन मुश्रीफ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले और कोल्हापुर स्थित चीनी मिल, संताजी घोरपड़ेशुगर फैक्ट्री में गड़बड़ियों की जांच कर रही है। फैक्ट्री मुश्रीफ का परिवार चलाता है। NCP से अलग होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
छगन भुजबल: 2016 में ED ने महाराष्ट्र सदन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में छगन भुजबल को गिरफ्तार किया था। उन्हें 2018 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी। हालांकि एनसीपी से अलग होने के बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। भुजबल, उनके रिश्तेदारों और फर्मों के खिलाफ बेनामी संपत्ति मामले में कार्रवाई भी बंद हो गई है।
अशोक चव्हाण: भाजपा ने उन पर आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले का आरोप लगाया और उनके भाजपा में शामिल होने के बाद से इस मामले में कुछ भी आगे नहीं बढ़ा है।
(Bureau Chief, Korba)