रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सोमवार रात को दिल्ली पहुंचे। वे सरगुजा दौरे पर थे, तभी उन्हें दिल्ली बुलावे की सूचना मिली। इसके बाद वे राजधानी लौटकर रात की फ्लाइट से दिल्ली रवाना हुए। सीएम के दिल्ली पहुंचते ही मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई है। प्रदेश में 90 विधायक हैं।
इनमें से 54 भाजपा के हैं। वर्तमान में सीएम सहित 11 मंत्री हैं। कुल विधायकों का 15 प्रतिशत मंत्री बनाने के नियम के तहत दो मंत्री और बनाए जा सकते हैं। यह मुख्यमंत्री के विवेक और विशेषाधिकार पर निर्भर है। हालांकि इसके लिए दिल्ली की सहमति भी ली जाएगी। इससे पहले शनिवार को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से भी साय ने मुलाकात की थी।
इस दौरान सीएम ने उन्हें प्रदेश के ताजा राजनीतिक हालात की जानकारी दी थी। अग्रवाल, साय मंत्रिमंडल में स्कूल शिक्षा, संसदीय कार्य, उच्च शिक्षा व धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री थे। फिलहाल यह चारों विभाग सीएम के ही पास हैं। अग्रवाल ने सीएम को त्यागपत्र सौंपा था जिसे उन्होंने राज्यपाल को भेजा था।राज्यपाल ने इसे मंजूर भी कर लिया है। मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव हो सकते हैं। अभी मंत्रिपरिषद का कोटा पूरा करें या बाद में इस पर भी विचार चल रहा है। शपथ ग्रहण राजभवन में ही होनी है।
क्षेत्रवाद और जातिगत समीकरणों पर रहेगा फोकस
फिलहाल मंत्रिपरिषद में सबसे ज्यादा सरगुजा से सीएम समेत 4 मंत्री हैं। बिलासपुर से एक डिप्टी सीएम सहित तीन मंत्री हैं। रायपुर व बस्तर इलाके से केवल एक-एक मंत्री हैं। इन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा सकता है। जातिगत समीकरण की बात करें तो सीएम आदिवासी हैं। मंत्रियों में 6 ओबीसी, 3 एसटी व एक एससी मंत्री हैं। इसलिए सामान्य और एससी वर्ग को अवसर मिल सकता है।
मोदी, शाह और नड्डा से हाेगी मुलाकात
बताया गया है कि मुख्यमंत्री साय अपने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। पीएम पिछले कुछ महीनों से प्रदेश में जारी कामकाज की जानकारी लेंगे। केंद्र की योजनाओं के छत्तीसगढ़ में संचालन संबंधी निर्देश भी मुख्यमंत्री को मिल सकते हैं। इसके साथ वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर सकते हैं।
(Bureau Chief, Korba)