Friday, April 26, 2024
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छग में मंत्री V/s विधायक, बृहस्पत को शोकॉज नोटिस: CM हाउस में मंत्रियों के साथ आपात बैठक, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव नहीं आए; प्रदेश प्रभारी पुनिया बोले- कल तक हल हो जाएगा मसला…

मुख्यमंत्री निवास में मंत्रियों की यह बैठक देर शाम शुरू हुई है।

रायपुर/ कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाए आरोपों से छिड़ा विवाद गहराता जा रहा है। एक तरफ छग कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने बृहस्पत सिंह को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनिंदा मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक मुख्यमंत्री निवास में चल रही है। इसमें टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हैं। वह अपने सिविल लाइंस स्थित बंगले में मौजूद हैं। बरसात के बावजूद वहां उनके समर्थक लगातार पहुंच रहे हैं।

विधानसभा से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पार्टी नेतृत्व को घटनाक्रम की जानकारी दी है। वहां से इस विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने को कहा गया। उसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने रणनीतिकारों से चर्चा के बाद मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई है। इसमें गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे, राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंडिया आदि शामिल हो रहे हैं।

विवाद सुलझाने का फॉर्मूला तलाशने में जुटे मंत्री
बताया जा रहा है कि इस बैठक में विवाद को सुलझाने का फार्मूला खोजने की कोशिश हो रही है। मंत्रियों का यह समूह क्या फैसला लेगा यह बैठक खत्म होने के बाद ही बाहर आएगा। फिलहाल सबकी निगाह इस बैठक पर है। विधानसभा से रवाना होने से पहले टीएस सिंहदेव ने कहा था, उन्होंने अपनी बात कह दी है। फैसला भविष्य के गर्भ में है। अब जो कहेंगे, सीएम कहेंगे।

विधायक बृहस्पत सिंह को शोकॉज नोटिस
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा, टीएस सिंहदेव सदन से बाहर चले गए। हम उनकी भावनाओं को समझते हैं। गंभीर आरोप उनके ऊपर लगाए गए हैं। उन सबको ध्यान रखते हुए विधायक बृहस्पत सिंह के खिलाफ शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। कल समस्या का समाधान हो जाएगा।

अपनों के विवाद से असमंजस में पार्टी
कांग्रेस के दोनों नेताओं के बीच खड़े हो गए इस विवाद से पार्टी असमंजस में है। बृहस्पत सिंह के आरोप न निगलते बन रहे हैं और न उगलते बन रहे हैं। पार्टी, अगर बृहस्पत सिंह के आरोपों को मानती है तो उसे टीएस सिंहदेव पर कार्रवाई करनी होगी। अगर नहीं मानती है तो बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई करने का दबाव बढ़ जाएगा। इन दोनों स्थितियों में पार्टी की स्थिति कमजोर होगी।

आज क्या-क्या हुआ

  • आज शून्यकाल में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू इस मामले में वक्तव्य देने खड़े हुए। उन्होंने FIR की कॉपी पढ़कर सुना दिया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का सब्र जवाब दे गया। उन्होंने कहा- बहुत हुआ, जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों के बारे में जवाब नहीं देती वे सदन में नहीं आएंगे। यह कहने के बाद से विधानसभा के बाहर निकल गए।
  • घर पहुंचते ही उनके पास कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया का फोन आया। उन्होंने सिंहदेव को चर्चा के लिए विधानसभा वापस बुला लिया। विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री के कक्ष में मंत्रियों के बीच काफी देर तक मंथन चला। उसके बाद सिंहदेव और संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे वहां से घर चले गए। सिंहदेव ने कहा, वे अपनी बात पर कायम हैं।

क्या है यह पूरा विवाद
रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले की एक गाड़ी पर शनिवार रात को सरगुजा में पत्थर फेंके गए थे। गाड़ी के ड्राइवर और गार्ड से बदसलूकी हुई। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के एक रिश्तेदार ने उनकी गाड़ी ओवरटेक करने के विवाद में ऐसा किया। पुलिस ने तीन घंटें के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। शाम को रायपुर पहुंचे विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगा दिया कि टीएस सिंहदेव ने उन पर यह हमला कराया है। इसके बाद से प्रदेश की राजनीति अचानक से गर्म हो गई। हालांकि देर रात विधायक दल की बैठक में टीएस सिंहदेव और बृहस्पत सिंह एक साथ नजर आए।

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