रायपुर: छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजातियों की बसाहटों में मुलभूत सुविधाएं तेजी से उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य के सुदूर अंचलों में विद्युतीकरण से 7 हजार 204 बसाहटें रोशन हुई है। इन बसाहटों में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी और राज्य अक्षय ऊर्जा विकास निगम द्वारा इन गांवों में विद्युत लाईन तथा सोलर पैनलों के माध्यम से विद्युत की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य में जनमन योजना के तहत् राज्य के चिन्हांकित जनजाति बसाहटों में शत्-प्रतिशत विद्युत की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। राज्य में विशेष पिछड़ी जनजातियों से संबंधित 7292 बसाहटों में विद्युतीकरण के लक्ष्य के विरूद्ध छत्तीसगढ़ वितरण कंपनी द्वारा 7120 बसाहटों में विद्युत सुविधा पहुंचाई जा चुकी है। इसी प्रकार राज्य अक्षय ऊर्जा विकास निगम द्वारा सौर ऊर्जा के माध्यम से 172 बसाहटों के लक्ष्य के विरूद्ध 84 बसाहटों में विद्युत की व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों की बसाहटों में सड़क, बिजली, पेयजल जैसी अनेक मुलभूत सुविधाओं के साथ-साथ उन्हें केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
पीएम जनमन योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 18 जिलों के विशेष पिछड़ी जनजातीय बसाहटों को चिन्हाकिंत किया गया है। इसमें कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, बिलासपुर, रायगढ़, गौरेला-पेण्ड्रा मारवाही, कोरबा, मुंगेली, बलौदाबाजार-भाटापारा, धमतरी, महासमंुद, गरियाबंद, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, कबीरधाम, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, जशपुर, बलरामपुर और सरगुजा शामिल है।

(Bureau Chief, Korba)