कोलंबो: श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को पुलिस ने सरकारी धन का दुरुपयोग करने के मामले में गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि 2023 में राष्ट्रपति रहते हुए वे अपनी पत्नी प्रोफेसर मैत्री विक्रमसिंघे के दीक्षांत समारोह शामिल होने लंदन गए थे।
पुलिस का कहना है कि लंदन में उनकी कोई आधिकारिक यात्रा नहीं थी, फिर भी इसे सरकारी खर्चे पर किया गया। इस यात्रा में 10 लोगों का ग्रुप शामिल था और करीब 1.69 करोड़ रुपए खर्च किया गया।
उस समय विक्रमसिंघे क्यूबा और अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर थे, जिसके बाद वे निजी यात्रा के लिए ब्रिटेन चले गए थे। इसके अलावा उन पर अपने पर्सनल बॉडीगार्ड को भी सरकारी खजाने से सैलरी देने का आरोप है।

रानिल विक्रमसिंघे अपनी लंदन यात्रा से जुड़ी जांच के लिए बयान दर्ज कराने के लिए शुक्रवार सुबह वित्तीय अपराध जांच विभाग के ऑफिस पहुंचे।
गिरफ्तार होने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति
न्यूज एजेंसी AFP ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि विक्रमसिंघे आज सुबह वित्तीय अपराध जांच विभाग (FCID) में इस मामले से जुड़ी पूछताछ के लिए पहुंचे थे। यहां 4 घंटे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
वे श्रीलंकाई इतिहास में गिरफ्तार होने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्हें कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।
विक्रमसिंघे बोले- पत्नी ने अपनी यात्रा का खर्च खुद उठाया
विक्रमसिंघे ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी ने अपना खर्च खुद उठाया और किसी भी सरकारी पैसे का दुरुपयोग नहीं किया गया। उनके ऑफिस ने इन खबरों को झूठा और भ्रामक बताया है।
आपराधिक जांच विभाग (CID) ने विक्रमसिंघे के खिलाफ पहले फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट में सबूत पेश किए थे। इसमें उनकी पूर्व निजी सचिव सैंड्रा परेरा और पूर्व राष्ट्रपति सचिव समन एकनायके के बयान शामिल हैं।

तस्वीर में रानिल विक्रमसिंघे की पत्नी प्रोफेसर मैत्री विक्रमसिंघे की है। इसे 2023 के दीक्षांत कार्यक्रम के दौरान खींचा गया था।
विक्रमसिंघे ने छह बार प्रधानमंत्री का पद संभाला
विक्रमसिंघे ने 1990 के दशक से लेकर अब तक छह बार अलग-अलग कार्यकाल में प्रधानमंत्री का पद संभाला है। इस दौरान उन्होंने 23 विदेश यात्राएं की हैं, जिसके लिए सरकारी खजाने से 2 मिलियन डॉलर ( 17.5 करोड़ ) रूपए खर्च हुए है।
विक्रमसिंघे ने 2023 का क्यूबा का दौरा किया था। यहां से लौटते हुए वे लंदन रुके थे, जहां उन्होंने जी-77 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। इसी दौरान वे और उनकी पत्नी मैत्री वॉल्वर हैम्प्टन यूनिवर्सिटी के एक समारोह में शामिल हुए थे।
तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति बने थे
जुलाई 2022 में श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के खिलाफ महीनों तक चले विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद बचे कार्यकाल के लिए विक्रमसिंघे राष्ट्रपति बने थे।
विक्रमसिंघे को 2022 में देश की अब तक की सबसे खराब वित्तीय मंदी के बाद अर्थव्यवस्था को स्थिर करने का श्रेय दिया जाता है। विक्रमसिंघे पिछले वर्ष सितम्बर में वामपंथी ए.के. दिसानायके से दूसरे दौर तक चले कड़े मुकाबले में चुनाव हार गए थे।

(Bureau Chief, Korba)