छत्तीसगढ़ के दुर्ग में शनिवार को 24 साल के नेशनल वेटलिफ्टिंग प्लेयर विनेश गुजरतिया ने हाथ की नस काटकर खुदकुशी कर ली। विनेश को कुछ दिन पहले मकान खाली करने के लिए नगर निगम की तरफ से नोटिस मिला था। बताया जा रहा है कि वह नोटिस के चलते काफी तनाव में था। वहीं, बस्ती में रहने वाले अन्य युवक को भी नोटिस के तनाव से हार्टअटैक आ गया। जिसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घटना से गुस्साए बस्ती के लोगों ने कोतवाली में पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि वे पट्टे की जमीन पर वे 100 साल से रह रहे हैं। फिर भी उनसे घर खाली कराए जा रहे हैं।
दरअसल, कोतवाली क्षेत्र के हरिजन पारा में रह रहे लोगों को मकान खाली करने के लिए नगर निगम ने नोटिस भेजा था। नोटिस मिलने के बाद स्थानीय लोग काफी दबाव में आ गए। इसी बीच बस्ती में रहने वाले विनेश गुजरतिया ने अपने हाथ की नस काट ली। उन्हें अस्पताल लेकर गए, लेकिन बचाया नहीं जा सका। वहीं रविवार को एक युवक दिलीप गुजरतिया को हार्ट अटैक आ गया।
नगर निगम की ओर से बस्ती वालों को जारी किया गया नोटिस।
लोग बोले- निगम के नोटिस ने ली जान
बस्ती में रहने वाले दुर्गा प्रसाद ने बताया कि निगम के नोटिस के चलते ही विनेश गुजरतिया की मौत हुई है। दिलीप गुजरतिया भी मकान तोड़े जाने के नोटिस से काफी तनाव में था। इसी के चलते उसे हार्टअटैक आ गया। दिलीप को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विनेश निगम के ही जल विभाग में पंप ऑपरेटर था।
थाने में शिकायत करने पहुंचे बस्ती के लोग।
100 साल का पट्टा था, फिर 30 साल के लिए रिन्यूवल भी कराया
थाने में दी गई शिकायत में दुर्गा प्रसाद ने बताया कि वे लोग सिद्धार्थ नगर हरिजन पारा, निहाउरा नगर में पिछले 100 साल से रहते आ रहे हैं। निगम ने साल 1984 में उन्हें रहने के लिए पट्टा जारी किया था। इसके बाद उन्होंने 30 वर्ष के लिए पट्टा रिन्यू भी कराया। लाखों रुपये लगाकर पक्का मकान बनाया था। इसके बाद भी निगम ने मकान खाली करने का नोटिस जारी कर दिया।