Hong Kong: हॉन्गकॉन्ग के ‘ताई पो’ जिले में बुधवार को एक बड़े रिहायशी कॉम्प्लेक्स में आग लग गई। यह 77 साल में लगी सबसे भीषण आग बताई जा रही है।
इस हादसे में अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 76 गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं, 279 लापता हैं। ये कॉम्प्लेक्स आठ इमारतों का था, जिनमें हर इमारत 35 मंजिलों की थी। इसमें करीब दो हजार अपार्टमेंट थे। वांग फुक कोर्ट के ये टावर बांस की मचान से ढके हुए थे।
चार इमारतों में लगी आग पर लगभग 10 घंटे बाद सुबह तक काबू पा लिया गया। तीन इमारतों में आग पर 20 घंटे बाद भी काबू नहीं पाया जा सका है। मामले में पुलिस ने ठेकेदार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
इन पर आग के मामले में लापरवाही या गैर-इरादतन हत्या का शक जताया गया है। पुलिस ने इनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। वहीं, 7 दिसंबर को होने वाले चुनाव से पहले चुनाव प्रचार गतिविधियां स्थगित कर दी गई हैं।
आग लगने की 4 तस्वीरें…

यह आग तेजी से फैली, कई इमारतें इसकी चपेट में आ गईं। पिछले कई दशकों में हॉन्गकॉन्ग की आग सबसे भीषण मानी जा रही है।

ताई पो में लगी आग को लेवल-5 कर दिया गया, जो हॉन्गकॉन्ग में आग की सबसे खतरनाक कैटेगरी होती है।

कॉम्प्लेक्स में आग के बाद अस्थायी शेल्टर खोले गए हैं। ये शेल्टर क्वॉन्ग फुक कम्युनिटी हॉल और तुंग चेओंग स्ट्रीट लीजर बिल्डिंग में बनाए गए हैं।

71 साल के एक शख्स की जलती हुई इमारत के बाहर रोते हुए तस्वीर ली गई। वह दावा कर रहे थे कि उनकी पत्नी अंदर फंसी हुई है।
आग बुझाने की 5 तस्वीरें…

आग लगने की वजह अभी पता नहीं चल पाई है। हालांकि वहां रहने वाले कई लोगों को आशंका है कि यह आग सिगरेट से लगी होगी।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि सभी प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाई जाए और जितना हो सके, नुकसान कम किया जाए।

रेस्क्यू वर्कर आग बुझाने की कोशिश करते हुए। अभी तक आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया गया है।

हॉन्गकॉन्ग में 7 दिसंबर को होने वाले चुनाव से पहले सभी प्रचार एक्टिविटी रोक दी गई है। चीफ एग्जिक्यूटिव जॉन ली ने कहा कि वह चुनाव स्थगित करने पर विचार कर रहे हैं।

फायर डिपार्टमेंट ने 200 से ज्यादा दमकल गाड़ियां और लगभग 100 एम्बुलेंस तैनात कीं।
लोगों के रेस्क्यू की 3 तस्वीरें…

आग के बाद आसपास की कई इमारतें भी खाली कराई जा रही हैं। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया।

आग में कई बुजुर्ग घायल हुए हैं। 40 साल से वहां रह रहे एक निवासी ने कहा कि उनके कई पड़ोसी बुजुर्ग हैं और जल्दी निकल नहीं सकते थे।

घटनास्थल पर मौजूद फायर फाइटर और रेस्क्यू टीम।
1948 में लगी थी भीषण आग, 176 लोग मारे गए थे
हॉन्गकॉन्ग मीडिया साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार यह आग 77 साल में सबसे भीषण आग है। इससे पहले 1948 में पांच मंजिला गोदाम में विस्फोट हुआ था। इसमें 176 लोग मारे गए थे ।
इसके बाद 1962 में शुई पो इलाके में लगी आग में लगभग 44 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं, नवंबर 1996 में कोवलून में गार्ले बिल्डिंग में आग लगने से 41 लोग मारे गए थे और 81 घायल हुए थे।
एक इमारत से दूसरी इमारत तक फैली आग
तेज हवा और जलते हुए मलबे की वजह से लपटें एक इमारत से दूसरी इमारत तक फैलती चली गईं। जब आग भड़की, तो कई लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी क्योंकि मरम्मत की वजह से खिड़कियां बंद थीं।
आग बुझाने पहुंची टीम को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई मंजिलों पर तापमान इतना ज्यादा था कि फायर फाइटर्स उन जगहों तक पहुंच भी नहीं पा रहे थे। इसी दौरान एक फायर फाइटर की मौत भी हो गई।
आग में कई बुजुर्ग घायल, जापान-जर्मनी ने शोक जताया
पुलिस अभी यह पता लगाने में जुटी है कि कितने लोग लापता हैं और कितने को सुरक्षित निकाला जा चुका है। आग के समय ज्यादातर बुजुर्ग अपने घरों में आराम कर रहे थे, जिसके कारण वो समय पर बाहर नहीं निकल पाए। इसमें ज्यादातर बुजुर्ग घायल हुए हैं।
हादसे पर जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका सहित कई देशों ने संवेदनाएं जताई हैं। वहीं मैकडॉनाल्ड्स ने फ्री में 1000 फूड पैकेट देने का ऐलान किया है।

(Bureau Chief, Korba)




