Monday, September 30, 2024




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BCC News 24: कोरोना इफेक्ट… छत्तीसगढ़ में अग्रवाल समाज ने जारी किया आदेश, पत्र जारी कर कहा- नियमों का पालन करवा सकें इतने ही लोगों को शादी में बुलवाएं, वरना न्यौता न भेजें…

रायपुर: कोरोना संक्रमण फिर बढ़ने लगा है और शादियोें का सीजन भी सामने है। जनवरी में पहला मुहूर्त 22 तारीख को है फिर जुलाई तक 36 दिन मुहूर्त हैं। आम दिनों की तरह शादियां हुईं तो कोरोना का वही रूप सामने आ सकता है जिसने 2 साल में कई जिंदगियां बर्बाद कर दी। इसी बात ने समाजों की चिंता बढ़ा दी है और सरकार के साथ वे भी सख्ती बरतने लगे हैं।

छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज ने हाल ही में पारिवारिक आयोजनों को लेकर एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है, नियमों का पालन करवा सकें इतने ही लोगों को शादी में बुलवाएं। वरना न्यौता ही न भेजें। छट्ठी और मृत्यु संस्कार के लिए भी यही नियम अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा मास्क और फिजिकल डिस्टेंसिंग अपनाने पर भी जोर दिया जा रहा है। समाज के जिलाध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने कहा कि कोरोनाकाल में हमने बहुत से अपनों को खोया है। दोबारा वह स्थिति न बने इसीलिए हम अभी से लोगों को आगाह कर रहे हैं। गौरतलब है कि कोरोनाकाल में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज ने 53 अपनों को खोया था।

ब्राह्मण समाज में भी कोविड प्रोटोकाॅल के पालन पर जोर
छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज ने भी कोरोनाकाल में 440 से ज्यादा लोगों को खोया है। बीते दिनों समाज ने समता कॉलोनी में सभा बुलाकर सभी को श्रद्धांजलि भी दी थी। ज्ञानेश शर्मा ने बताया कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए समाजजनों को सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता के लिए प्रेरित कर रहे हैं। लोगों से कहा जा रहा है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सारे कार्यक्रम संपन्न कराएं। जिस जगह कार्यक्रम होना है वहां की क्षमता के आधे लोगों को ही निमंत्रण दें। सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करें और संभव हो तो स्थिति नियंत्रित होने तक कार्यक्रम टालने का प्रयास करें।

आमंत्रण अब सपरिवार नहीं, बाल मनुहार की जगह मास्क की गुहार
2 साल कोराेनाकाल देखने के बाद बहुत से लोग जागरूक भी हुए हैं। यही वजह है कि निमंत्रण कार्ड में पहले जहां बाल मनुहार लिखा होता था, अब वहां मास्क लगाकर शादी में आने की गुहार दिख रही है। इसी तरह लोग सपरिवार आमंत्रण देने के बजाय परिवार से एक ही व्यक्ति को बुला रहे हैं। रस्मों के हिसाब से मेहमानों को आमंत्रण-शादियों में आने वाले मेहमानों की संख्या सीमित कर दी गई है। ऐसे में परिवार के सदस्य इस बात को लेकर अधिक असमंजस में है कि किसे बुलाएं और किसे नहीं। इसके लिए परिवार के सदस्यों ने एक नया तरीका निकाला है, जिसमें मंडप, माता पूजन, तिलकोत्सव जैसी रस्मों के हिसाब से बाहरी मेहमानों को आमंत्रण दे रहे हैं, ताकि भीड़ न हो और सभी लोग शादी समारोह में शामिल हो सकें।

जनवरी से जुलाई तक, ये हैं मुहूर्त

  • जनवरी- 22, 23
  • फरवरी- 5, 6, 7, 10, 18
  • मार्च- मीनार्क लगने से मुहूर्त नहीं
  • अप्रैल- 20, 21, 23, 24
  • मई- 2, 3, 10, 15, 18, 19, 20, 26, 27, 31
  • जून- 1, 5, 6, 8, 10, 11, 12, 14, 16, 21, 22, 23
  • जुलाई- 3, 6 और 8 तारीख।
  • 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ विवाह मुहूर्त समाप्त हो जाएंगे जो दिसंबर से प्रारंभ होंगे।
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