Tuesday, April 30, 2024
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Chhattisgarh: करंट लगने से 2 भाईयों की मौत.. खेलते वक्त खेत में टूटे हुए हाईटेंशन तार की चपेट में आए; तीसरे बच्चे की बची जान

Gariyaband: गरियाबंद जिले के ग्राम जोबा केराबहारा में शनिवार को दो बच्चों की करंट लगने से मौत हो गई है। खेलते वक्त तीनों बच्चे टूटे हुए हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। तीनों बच्चों को करंट लग गया, जिसमें से एक बच्चे को तो वहां मौजूद लोगों ने बचा लिया। लेकिन 2 बच्चे 8 साल के दुर्गेश और 6 साल के संस्कार की मौत हो गई। मामला गरियाबंद थाना क्षेत्र का है।

बच्चों को करंट लगने के बाद परिजन और वहां मौजूद लोग जिला अस्पताल लेकर आए, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया। तीसरे बच्चे को प्राथमिक उपचार दिया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। वहीं तीनों बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, सेवा राम कश्यप और मुकेश कश्यप आपस में सगे भाई हैं। दोनों अपने परिवार के साथ जोबा केराबाहरा में रहते हैं। इन दोनों के बच्चे दुर्गेश और संस्कार शनिवार को घर से लगे खेत में खेलने के लिए गए थे। यहां पहले से एक बच्चा और खेल रहा था। तीनों बच्चे साथ में खेलने लगे। वहां बोर के लिए हाईटेंशन तार से पंप चलाने के लिए बिजली ली गई थी। लेकिन तार बीच से टूटकर फेंसिंग पर गिर गई थी। इससे पूरे फेंसिंग में करंट आ गया था।

गरियाबंद में करंट लगने से हुई 2 बच्चों की मौत।

गरियाबंद में करंट लगने से हुई 2 बच्चों की मौत।

इसी बीच तीनों बच्चों ने खेलने के दौरान फेंसिंग किए गए तार को टच किया और करंट लगने से उसी से चिपक गए। लोगों ने बच्चों को तार से चिपके देखा, तो वे वहां दौड़कर आए। इनमें से एक बच्चे की जान तो बच गई, लेकिन दोनों चचेरे भाईयों दुर्गेश और संस्कार को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

बच्चों की मौत से परिजनों में शोक।

बच्चों की मौत से परिजनों में शोक।

जांच अधिकारी टीकाराम ध्रुव ने बताया कि खेत मे फेंसिंग तार में फैले करंट से दो बच्चों की मौत हो गई है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है। एक ही परिवार में हुई दो बच्चों की मौत से परिवार में मातम पसरा हुआ है।

अंबिकापुर में करंट लगने से हुई गर्भवती महिला की मौत

अंबिकापुर के उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बेलढाब में 9 महीने की गर्भवती महिला की करंट लगने से मौत हो गई। महिला की मौत के बाद भी उसके गर्भस्थ शिशु का दिल धड़क रहा था। अस्पताल में डॉक्टरों ने गर्भस्थ शिशु की जान बचाने के लिए ऑपरेशन करने का फैसला किया, लेकिन सर्जरी के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

गर्भवती महिला शिवकुमारी की मौत।

गर्भवती महिला शिवकुमारी की मौत।

जानकारी के मुताबिक, 28 साल की शिवकुमारी 9 महीने की गर्भवती थी। शुक्रवार को रोज की तरह वो नहाकर निकली और गीले कपड़ों को सुखाने के लिए उन्हें बाड़ी का घेराव किए गए तार पर डालने लगी। वहीं से बिजली का वायर भी गया था। जिस तार पर वो कपड़े डाल रही थी, वो लोहे का था। बिजली का करंट लोहे के तार में भी आ गया, जिससे शिवकुमारी उसकी चपेट में आ गई। महिला को जैसे ही करंट लगा, वो चिल्लाते हुए नीचे गिरकर बेहोश हो गई। परिवारवाले तुरंत उसे लेकर CHC अस्पताल उदयपुर लेकर पहुंचे। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। लेकिन गर्भ चेक करने पर पता चला कि गर्भस्थ शिशु की धड़कन चल रही है। उन्होंने बच्चे को बचाने के लिए ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन उसने सर्जरी के दौरान शिशु ने भी दम तोड़ दिया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर अंबिकापुर।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर अंबिकापुर।

दुर्ग में भी करंट लगने से हुई थी शख्स की मौत

10 दिन पहले दुर्ग जिला मुख्यालय में एक 50 वर्षीय शख्स हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया था। बुरी तरह झुलस जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि सेफ्टी उपकरण के बिना ही शख्स ऊंचाई पर फ्लैक्स लगा रहा था। इसी दौरान फ्लैक्स हाईटेंशन तार को टच कर गया, जिससे उसे करंट लग गया था।

मृतक की पहचान परसराम धनकर पिता उमेश धनकर (50 वर्ष) निवासी बांबे अटल आवास उरला थाना मोहन नगर के रूप में हुई थी। वह समृद्धि मार्केट के सामने फ्लैक्स लगाने गया था। परसराम ने फ्लैक्स बांधते समय ग्लब्स, सेफ्टी बेल्ट या अन्य सेफ्टी उपकरणों का उपयोग नहीं किया था। जिससे वह हाईटेंशन वायर की चपेट में आ गया था। इससे उसकी मौत हो गई थी। सूचना मिलते ही पद्मनाभपुर पुलिस मौके पर पहुंची और उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया था।

सुपेला में भी एक मजदूर की जा चुकी है जान

दक्षिण गंगोत्री सुपेला में भी होंडा शोरूम के पास कुछ दिन पहले ही एक मजदूर की इसी तरह जान चली गई थी। वह तीन मंजिला इमारत में लगे होर्डिंग को नीचे उतार रहा था। उसने न तो सेफ्टी बेल्ट लगाया था और न ही हेलमेट और अन्य सुरक्षा उपकरणों का उपयोग किया था। होर्डिंग भारी व बड़ा होने से वह अपने आपको संभाल नहीं पाया और होर्डिंग के साथ ही नीचे आ गया। नीचे फर्स पर टकराने से उसका सिर फट गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

अगस्त में करंट लगने से मां और दो बच्चों की हुई थी मौत

इस साल अगस्त महीने में बलौदाबाजार जिले में करंट लगने से मां और उसके दो बच्चों की मौत हो गई थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि जिले के सिमगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत दामाखेड़ा गांव में करंट लगने से कमलेश्वरी देवांगन, उसके बेटे शेष देवांगन (14) और बेटी जया देवांगन (12) की मौत हो गई थी। देवांगन परिवार ने कपड़े सुखाने के लिए लोहे का तार बांध रखा था। उन्होंने बताया कि कमलेश्वरी ने गीला कपड़ा जब तार पर डाला, तो उसे करंट लग गया था और मां को बचाने आए शेष और जया भी करंट की चपेट में आ गए थे। तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।

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