Kanker: कांकेर शहर के नजदीक घोटिया गांव में गुरुवार रात 4 अज्ञात लोगों ने बुजुर्ग की घर से निकालकर हत्या कर दी और शव को पेड़ पर लटका दिया। घटना रात करीब साढ़े 12 बजे की बताई जा रही है। सुबह घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से उतारकर जांच शुरू की।
घोटिया गांव का रहने वाला बुजुर्ग दरियाव कुमेटी (70 वर्ष) अपनी पत्नी महंती और मां के साथ खेत के नजदीक बने कच्चे मकान में सोया हुआ था, तभी रात करीब साढ़े 12 बजे 4 अज्ञात नकाबपोश लोग उनके घर पहुंचे और बुजुर्ग को बाहर बुलाया। बुजुर्ग के बाहर आते ही उन्होंने उसकी पत्नी को घर के भीतर ही बंद कर दिया और बुजुर्ग को खींचते हुए अपने साथ ले गए। बुजुर्ग की पत्नी आवाज लगाती रही, लेकिन सुनने में असमर्थ उसकी सास को घटना के बारे में पता ही नहीं चल सका। सुबह जब सास सोकर उठी, तो उसने दरवाजा खोला, तब जाकर बुजुर्ग दरियाव की पत्नी ने अपने बेटे को खबर भेजी।
पुलिस जांच में जुटी।
इसके बाद बुजुर्ग दरियाव की तलाश शुरू की गई, तो घर से कुछ दूरी पर खेत में एक पेड़ पर उसका शव लटका हुआ मिला। शव के शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे और उसका पैर जमीन पर टिका हुआ था। मृतक के बेटे ने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
गांव में जांच करती हुई पुलिस।
दरियाव कुमेटी अपनी पत्नी और मां के साथ खेत के नजदीक अपने कच्चे मकान में रहता था, जबकि उसका एक बेटा पीढापाल में दूसरा घोटिया गांव की ही बस्ती में रहता है। जिस वक्त चारों आरोपी घर में घुसे, तब बुजुर्ग की मदद करने वाला कोई भी नहीं था। बुजुर्ग दरियाव के शरीर पर घसीटे जाने के निशान हैं। सिर और हाथ-पैर में भी चोट के निशान हैं। पुलिस मृतक की पत्नी के बयान और मौके की परिस्थिति के आधार पर जांच में जुटी हुई है।
मृतक की पत्नी ने दी घटना की पूरी जानकारी।
बैगा का काम करता था मृतक दरियाव
मृतक दरियाव कुमेटी गांव का बैगा था और झाड़-फूंक का काम करता था, जिससे अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि जादू-टोने के शक में बुजुर्ग की हत्या की गई होगी। हालांकि अभी मामले की जांच की जा रही है। उसके बाद ही साफ हो सकेगा कि बुजुर्ग की इतनी बेरहमी से हत्या क्यों की गई है। मौके पर पहुंचे कांकेर एसडीओपी अनुराग झा ने बताया कि मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर पुलिस अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। डॉग स्क्वॉड की भी मदद ली जा रही है।
वारदात के बाद जमा ग्रामीणों की भीड़।
कोरबा में भी गुरुवार को मिली थी महिला की फांसी पर लटकी लाश
कोरबा के तिवरता-झाबर मार्ग पर गुरुवार सुबह महिला की खून से लथपथ लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली थी। कोसाबाड़ी नर्सरी में लाश की खबर मिलते ही वहां स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी दीपका पुलिस को दी। पूरा मामला जिले के दीपका थाना क्षेत्र का है। इधर सूचना मिलते ही दीपका पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मृत महिला की पहचान ग्राम झाबर के आमापारा मोहल्ले की रहने वाली जैत कुंवर (44 वर्ष) के रूप में हुई है। महिला के पति शंकर कंवर की मौत कई सालों पहले हो चुकी है। लाश सड़क किनारे पेड़ पर फंदे पर लटकी हुई मिली। घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर मृतका की चप्पल और चूड़ी का टुकड़ा मिला। महिला के 3 बेटे हैं, जो गांव में ही अलग-अलग रहते हैं। सभी अविवाहित हैं और मजदूरी करते हैं।
कोरबा में बुजुर्ग की किचन के पास पड़ी मिली थी लाश।
कोरबा जिले में बुजुर्ग की हुई थी हत्या
कोरबा जिले के रजगामार चौकी क्षेत्र में 17 दिसंबर को हुई बालको के रिटायर्ड कर्मचारी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। 73 वर्षीय बुजुर्ग बालेश्वर चौबे की हत्या भुलसीडीह के झोरखी फार्म हाउस पर कर दी गई थी। अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस ने डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली। आखिरकार 18 दिन के बाद पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए 3 जनवरी को आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया।
ढोढ़ीपारा निवासी बालेश्वर चौबे बालको का रिटायर्ड कर्मचारी था। रिटायर होने के बाद से वो भुलसीडीह के झोरखी स्थित फार्म हाउस पर ही रहता था। उसके 3 बेटे और एक बेटी है। बड़ा बेटा केदारनाथ चौबे निजी कंपनी में चौकीदारी करता है। दूसरा बेटा राजेश चौबे का खुद का टेंट हाउस है। तीसरा बेटा पुष्पेंद्र चौबे है। दो बड़े बेटे कोरबा के ढोढ़ीपारा बस्ती में रहते हैं, वहीं छोटा बेटा बिहार के अररिया जिले में ही रहकर खेती करता है। मृतक बालेश्वर का परिवार बिहार के अररिया जिला चौबेटोला थाना भोरे का रहने वाला है।