शव के पास गांववाले।
जशपुर: जिले के पत्थलगांव वन परिक्षेत्र में एक नर दंतैल हाथी ने युवक को कुचलकर मार डाला। घटना ग्राम पंचायत रेडे बिच्छीकानी जंगल के पास हुई। मृत युवक बुद्धनाथ पैंकरा (32 वर्ष) का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि हाथी युवक के मरने के बाद उसके शव को फुटबॉल बनाकर खेलता रहा। मौके पर वनकर्मी भी पहुंचे और हाथी को खदेड़ने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल दंतैल हाथी के मूवमेंट पर वन विभाग नजर बनाए हुए है।
युवक बुद्धनाथ पैंकरा के शव को वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। जानकारी के मुताबिक, 8 जनवरी को सराईटोला निवासी बुद्धनाथ पैंकरा अपने रिश्तेदार के यहां पेमला हर्राबाहर गया हुआ था। साइकिल से लौटते हुए उसका सामना दंतैल हाथी से हो गया। हाथी देखकर युवक दहशत में आ गया और साइकिल छोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन हाथी उसे दौड़ाकर साइकिल सहित उठाकर पटक दिया। जिससे युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
ग्रामीण का क्षत-विक्षत शव।
इसके बाद भी हाथी ने युवक के शव को नहीं छोड़ा, बल्कि उसे उछाल-उछालकर उसके साथ घंटों खेलता रहा। बाद में वहीं पर क्षत-विक्षत लाश छोड़कर जंगल में चला गया। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शव को अपने कब्जे में ले लिया गया है। मौके पर टूटी हुई साइकिल भी बरामद हुई है, जिसे जब्त कर लिया गया है। दंतैल हाथी उस इलाके में मौजूद है, इसलिए वन विभाग उसके मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है। विशेषज्ञों का कहना है कि दंतैल हाथी अपने दल से भटककर अकेले घूम रहा है। हाथी समूह में रहने वाला जानवर है, इसलिए अकेले होने पर वे बेहद आक्रामक हो जाते हैं। वैसे भी दंतैल हाथी आक्रामक स्वभाव के माने जाते हैं। इधर इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है।
दंतैल हाथी।
मुंगेली में भी हाथियों के हमले में गई थी गर्भवती महिला की जान
मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में भी हाथियों का आतंक लगातार जारी है। हाथियों के हमले के कारण 5 जनवरी को यहां एक गर्भवती महिला की मौत हो गई थी। वहीं दो लोग घायल भी हो गए थे। घटना अचानकमार टाइगर रिजर्व के वनग्राम मंजूरहा के आश्रित गांव बिसौनी में हुई थी।
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार तड़के हाथी गांव में आ गए और उत्पात मचाने लगे। हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज से गांववालों की नींद खुल गई। सभी डर गए। इधर कच्चे मकान में सो रहे बैगा दंपति भी उठकर बाहर आए। पति-पत्नी हाथी को देखकर दहशत में आ गए। पत्नी राजकुमारी बैगा (25 वर्ष) हाथियों से डरकर भागने लगी। इसी दौरान उसका पैर साड़ी में फंस गया और वो पेट के बल गिर गई। इससे उसे गंभीर चोट आई। महिला दर्द से छटपटाने लगी। राजकुमारी बैगा 4 महीने की गर्भवती थी। इधर उसे एंबुलेंस की मदद से लोरमी के सामुदायिक अस्पताल इलाज के लिए लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में बिजराकछार पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया था। डाक्टरों के मुताबिक गर्भस्थ शिशु की भी मौत हो गई थी। वहीं हाथियों से डरकर भागते हुए 2 अन्य लोग भी गिरकर घायल हुए थे।