Saturday, July 5, 2025

ऑटो चोर गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार:4 ऑटो रिक्शा जब्त, नंबर प्लेट बदलकर सवारी गाड़ी के रूप में करते थे इस्तेमाल…

भिलाई// दुर्ग पुलिस ने एक ऐसे ऑटो चोर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्त में लिया है, जो चोरी के बाद उस ऑटो को सवारी गाड़ी के रूप में चलाते थे। वो लोग चोरी के ऑटो का नंबर बदलकर उसे दिनभर चलाते थे और कहीं भी लावारिस खड़ा कर चले जाते थे। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 4 चोरी के ऑटो रिक्शा जब्त कर लिए हैं।

दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि जिले में लगातार वाहन चोरी की घटनाएं हो रही थीं। इसे लेकर उन्होंने एसीसीयू की टीम को अलर्ट किया। टीम ने मामले की छानबीन शुरू की, तो उन्हें मुखबिर ने बताया कि तिरंगा चौक खुर्सीपार निवासी करण चौधरी के पास एक चोरी का ऑटो है। उस ऑटो में वो सवारी ढोता है। पुलिस ने तुरंत करण चौधरी की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

ऑटो चोरी के तीनों आरोपियों से पूछताछ करते दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव।

ऑटो चोरी के तीनों आरोपियों से पूछताछ करते दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव।

आरोपी ने बताया कि वो और उसका सहयोगी आसिफ अली अशोक मौर्य की ऑटो सीजी 07 बी. डब्ल्यू 9552 में घूम-घूमकर ऑटो चोरी करते थे। पहले वो उसकी गाड़ी में जाकर उस ऑटो को टारगेट करते थे, जिसे उन्हें चोरी करना होता था। इसके बाद उस ऑटो को चोरी करके ले जाते थे। उन तीनों ने मिलकर जुलाई 2022 में कुम्हारी से 1 ऑटो रिक्शा, दिसम्बर 2022 में सोमनी राजनांदगांव से 1 ऑटो रिक्शा और 22 मार्च 2027 को जेवरा सिरसा से 1 ऑटो रिक्शा चोरी की है। तीनों ऑटो का नंबर प्लेट बदलकर वो लोग उसका उपयोग सवारी ऑटो के रूप में करते थे। इसके बाद रात में ऑटो को भीड़भाड़ वाले इलाके में लावारिस खड़ा करके चले जाते थे।

जेल से बाहर आते ही चोरी की ऑटो

करण चौधरी और उसका साथी आसिफ ऑटो चोरी के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। कई महीने पहले वो लोग चोरी के ऑटो के साथ पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र में पकड़े गए थे। इसके बाद बीते रविवार 12 मार्च को दोनों जेल से छूटकर बाहर आए थे। जेल से बाहर आते ही दोनों फिर अशोक मौर्य की ऑटो में बैठकर गए और दूसरी ऑटो चोरी करके ले आए।

चोरी का ऑटो खरीदने के मामले में फिर आया ललित कबाड़ी का नाम।

चोरी का ऑटो खरीदने के मामले में फिर आया ललित कबाड़ी का नाम।

ललित कबाड़ी के यहां बेचा था चोरी का ऑटो

आरोपियों ने बताया कि वो लोग चोरी का एक ऑटो 10 हजार रुपए में ललित कबाड़ी को बेच चुके हैं। ललित कबाड़ी ने उस ऑटो रिक्शा को खरीदकर काटकर बेचने की कोशिश की थी, लेकिन इससे पहले की वो पूरा ऑटो काट पाता, पुलिस ने उसे धर दबोजा। जेल से छूटने के बाद ललित कबाड़ी भी बड़े पैमाने पर कबाड़ का धंधा कर रहा है। उसके द्वारा लगातार चोरी का माल खरीदा जा रहा है, लेकिन पुलिस उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।


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