Thursday, September 18, 2025

मासूम को जमीन पर पटक-पटककर पीटने का VIDEO…. दत्तक ग्रहण केंद्र बना यातना गृह, बच्ची चीखती रही और प्रोग्राम मैनेजर उसे मारती गई

KANKER: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्थित शिवनगर दत्तक ग्रहण केंद्र में मासूम बच्चों की पिटाई का मामला सामने आया है। यहां की प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी क्रूरता से मासूमों को पीटती दिखाई दे रही है। मीडिया को मिले इस वीडियो में महिला पहले एक बच्चे की पिटाई करती है, और फिर दूसरी बच्ची को भी पीटने लगती है। कलेक्टर ने अब इस मामले में मैनेजर के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। उनके मुताबिक ये घटना कुछ महीने पहले की है।

सामने आए वीडियो में दिख रहा है सीमा द्विवेदी ने बच्ची को पहले हाथ से मारा फिर बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया। जमीन पर गिरी बच्ची को दोबारा खड़ा किया और फिर बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया। बच्ची चीखती, चिल्लाती है, रोने लगती है लेकिन मैनेजर को तरस आना तो दूर, उसकी और पिटाई करने लगती है। दो आया वहां से गुजरती हैं, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती की बच्चों के साथ हो रही बर्बरता को रोक सके।

कांकेर का दत्तक ग्रहण केंद्र बना यातना गृह, बाल से उठाकर जमीन पर पटक-पटक कर मारती है प्रोग्राम मैनेजर।

पास में खड़ी बच्ची को भी बुलाकर पीटने लगी

जब ये सब हो रहा था, उसी बीच एक दूसरी बच्ची वहां पहुंच गई तो मैनेजर महिला उसे पास बुलाकर सवाल जवाब करने लगती है। फिर बाल पकड़कर उसकी भी पिटाई शुरू कर देती है। बच्ची गिरती है तो उसे उठाकर पलंग पर लेटा कर पीटती है। इसके बाद भी मैनेजर का गुस्सा शांत नहीं होता है तो वह दोनों से गाली-गलौज करने लगती है।

दत्तक ग्रहण में काम करने वालों ने बताया, ये आम बात है

यहां काम करने वालों ने दबी जुबान में बताया, यह दृश्य दत्तक ग्रहण केंद्र में आम है। बच्चे डरे सहमे रहते हैं। किसी कर्मचारी ने विरोध किया ताे उसे बिना किसी कारण काम से हटा दिया गया है। निकाले गए सभी कर्मचारियों की सूची बनाकर जांच की जाए तो दत्तक ग्रहण के अंदर चल रही यातना का पूरा सच सामने आ जाएगा।

पास में खड़ी दूसरी बच्ची की भी महिला पिटाई करने लगती है।

रात में आता है प्रोग्राम मैनेजर का प्रेमी

दत्तक ग्रहण केंद्र में 6 साल तक के बच्चे रहते हैं, रात को यहां एक युवक भी आता है। इस केंद्र में 0 से 6 साल तक के बच्चों को रखा जाता है। भास्कर ने पड़ताल की तो संस्थान से जुड़े सूत्रों ने बताया कि प्रोग्राम मैनेजर का बॉयफ्रेंड है, जो अक्सर रात में पहुंचता है। जबकि यहां बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित है।

महीनों से प्रताड़ना सह रहे हैं बच्चे

सूत्रों की माने तो ऐसा कभी नहीं हुआ है कि महिला का बॉयफ्रेंड से कभी विवाद हुआ तो बौखलाई मैनेजर इसका पूरा गुस्सा बच्चों पर उतारती है। यहां के बच्चे महीनों से प्रताड़ना सह रहे हैं। इसका विरोध करने वाले 8 कर्मचारियों को एक साल के अंदर केंद्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

शिकायत हुई लेकिन मामला दबा दिया गया

बताया जाता है कि इस मनमानी की शिकायत यहां की पूर्व महिला बाल विकास अधिकारी रहीं सीएस मिश्रा तक भी पहुंची थी। लेकिन उन्होंने मामले की जांच कराने या कार्रवाई के बजाए 50 हजार रुपए लेकर मामला दबा दिया था। ये भी एक बड़ी वजह है कि यहां प्रताड़ना का दौर जारी है। बाहर किए गए कर्मचारी भी इसलिए चुप हैं कि,उन्हें झूठे मामलों में फंसाने के लिए इतना धमकाया गया कि बाहर आने के बाद भी वह जुबान बंद रखते हैं।

इस तरह मासूमों को पीटती है मैनेजर, दूसरी बच्ची बेड पर बैठी हुई।

इस तरह मासूमों को पीटती है मैनेजर, दूसरी बच्ची बेड पर बैठी हुई।

रात में बंद कर दिए जाते हैं कैमरे

दत्तक ग्रहण केंद्र में बच्चों की सुरक्षा के लिए बरामदे, गेट समेत अन्य जगह 8 CCTV कैमरे लगे हैं। मैनेजर रोजाना रात के समय कैमरे को बंद कर देती है। वजह ये है कि कैमरा चालू रहने से रात में यहां होने वाली मनमानी सामने आ जाएगी। यहां तैनात लोगों ने बताया, अक्सर मैनेजर का बॉयफ्रेंड आता है। यही कारण है रात 8 से 11 बजे तक सारे कैमरे बंद कर दिए जाते हैं। अवैध रूप से केंद्र में घुसने वाला इसका बॉयफ्रेंड अपनी कार भी वहीं पार्क करता है। उसके जाने के बाद कैमरे वापस चालू कर दिए जाते हैं।

बच्चों के निवाले भी मैनेजर छीन रही है…

दत्तक ग्रहण केंद्र में कई सामाजिक संगठन इन बच्चों के लिए मिठाई, भोजन, फल, मेवा के अलावा नगदी देकर जाते हैं। शिकायत है कि इसका 50 प्रतिशत हिस्सा प्रोग्राम मैनेजर अपने पास रखती है। बचे हिस्से को रजिस्टर में दर्ज किया जाता है।

कांकेर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला।

कांकेर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला।

भास्कर ने कलेक्टर को दी जानकारी

प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी एनजीओ के माध्यम से पदस्थ हुई है। फिलहाल इसे पूरे मामले की जानकारी मीडिया ने कांकेर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला को दे दी है। उन्होंने इस बर्बरता पर सख्त कदम उठाने के साथ तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। आरोपी मैनेजर की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।

नेताओं ने दी प्रतिक्रिया..

दत्तक केंद्र की यह घटना बेहद दर्दनाक है, कलेक्टर को इस मामले में जल्द कार्रवाई करने निर्देश दिया हूं- ताम्रध्वज साहू, गृह मंत्री

वो एक एनजीओ की अधिकारी है, जो नौकरी के नाम पर मस्ती कर रही, सरकार के पास हिम्मत हैं तो उस महिला के ऊपर एफआईआर करवाए- अजय चंद्राकर, पूर्व मंत्री

तत्कालीन महिला एवं बाल विकास अधिकारी सीएस मिश्रा को जब शिकायत मिली तो कार्रवाई क्यों नहीं की, जांच हो- संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी



                                    Hot this week

                                    रायपुर : प्रदेश में अब तक 1026.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

                                    रायपुर: छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 1026.9...

                                    रायपुर : फलदार वृक्षों से बदली जिंदगी : सुरेश चन्द्र बने गांव के लिए प्रेरणा स्रोत

                                    रायपुर: नक्सल प्रभावित और भौगोलिक रूप से दुर्गम खड़कागांव...

                                    रायपुर : मुंगेली की तीन सिंचाई योजनाओं के लिए 11.80 करोड़ रूपए स्वीकृत

                                    रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन, जल संसाधन विभाग द्वारा मुंगेली जिले...

                                    Related Articles

                                    Popular Categories