Monday, September 15, 2025

जमीन से आसमान में उठा करीब 200 फीट ऊंचा बवंडर: BSP के गेट नंबर-1 के पास दिखा था नजारा, वीडियो अब हो रहा वायरल…

भिलाई स्टील प्लांट के गेट नंबर-1 पास दिखा बवंडर। लोगों ने कैमरे में कैद किया कुदरती नजारा।

भिलाई// छत्तीसगढ़ में मौसम की आंख मिचौली जारी है। दिन में धूप होने के बाद शाम को मौसम ठंडा हो जा रहा है। बुधवार शाम को भी कई जिलों में अचानक काफी तेज हवाएं चली। भिलाई स्टील प्लांट के गेट नंबर 1 में तो 200 फीट से ऊंचा बवंडर देखने को मिला। वीडियो दो दिन पुराना है जो अब वायरल हो रहा है।

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने इसका वीडियो शेयर करते हुए बताया कि ये इतना शक्तिशाली होता है कि अगर इसकी जद में कोई कार या गाड़ी आ जाए तो वो उसे भी खींचकर आकाश में काफी ऊंचाई तक ले जा सकता है।

इसी तरह अगर यह पानी के ऊपर आता है उसे WATER SPOUT कहा जाता है। पानी में आने से ये अंदर मौजूद चीजें ऊपर खींच लेता है। कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि अचानक सड़क या घर में जिंदा मछली गिरी हुई देखने को मिलती है, ये उसके कारण ही होता है।

बीएसपी के गेट नंबर 1 पर लगभग 200 फीट ऊंचा उठा बवंडर, लोगों ने देखा तो बनाया वीडियो

बीएसपी के गेट नंबर 1 पर लगभग 200 फीट ऊंचा उठा बवंडर, लोगों ने देखा तो बनाया वीडियो

क्यों बनता है इस तरह का बवंडर
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि गर्मी के दिनों में कुछ जगहों का तापमान काफी बढ़ जाता है। इससे वहां गर्म हवा ऊपर की ओर तेजी से उठती हैं और अपने आसपास की हवा के गैप को भरने लगती हैं। इससे वहां हवा का एक घुमाव शुरू होने लगता है। जहां-जहां गर्म हवा ऊपर उठती हैं उसी तरफ ये घुमाव बढ़ता है। इससे यह एक जगह से दूसरी जगह चलते हुए दिखाई देता है। ये घुमाव एंटी क्लॉक वाइज होता है। इससे नीचे की चीजें ऊपर उठने लगती हैं। इसे हम बवंडर कहते हैं।

बुधवार देर शाम भिलाई में मौसम में फिर हुआ बदलाव, चलने लगी ठंडी हवाएं।

बस्तर संभाग में जताई गई है बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने राज्य के कई जगहों पर आंधी और बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो तेज गर्मी के बाद प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो सकती है। रायपुर मौसम विज्ञान के केन्द्र ने 30 और 31 मार्च को कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। बस्तर संभाग के कुछ हिस्सो में बारिश होने के आसार हैं, वहीं महासमुंद, रायगढ़, जशपुर में भी बारिश की संभावना है।
द्रोणिका की अनियमित गति के चलते मौसम में बदलाव
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर 1.5 किमी तक विस्तारित है। इसके साथ ही एक द्रोणिका या हवा की अनियमित गति मध्य मध्यप्रदेश के उत्तरी भाग से दक्षिण तमिलनाडू तक 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके चलते प्रदेश में 30 मार्च को कुछ स्थानों में हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा अंधड़ चलने की संभावना है।



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