Monday, May 6, 2024
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BCC News 24: CG BIG न्यूज़- अपर कलेक्टर साहिबा के बिगड़े बोल, दी गाली.. वीडियो काउंसलिंग कार्यक्रम के दौरान अचानक भड़कीं, बोलीं- सब कैंसिल कर दूंगी, आपको कुछ होश ही नहीं है

छत्तीसगढ़: सरगुजा जिले की अपर कलेक्टर तनुजा सलाम का एक वीडियो सामने आया है। उस वीडियो में तनुजा अमर्यादित भाषा (गाली) का इस्तेमाल करती नजर आ रही हैं। वो कह रही हैं कि यहां सब गलत-गलत हो रहा है। मैं सब कैंसिल कर दूंगी। ये वीडियो काउंसलिंग कार्यक्रम के दौरान का है, जो अब वायरल हो गया है।

दरअसल, बुधवार को नर्मदापुर में स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्रवेश के लिए काउंसलिंग कार्यक्रम रखा गया था। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को लॉटरी सिस्टम से एडमिशन देना था। कारण था कि सीट कम है और प्रवेश के लिए ज्यादा बच्चों ने आवेदन किया है, इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। तनुजा इस कार्यक्रम में प्रभारी बनकर आई थीं।

आपको कुछ होश ही नहीं है…

बताया गया कि सब कुछ चल ही रहा था कि अचानक अपर कलेक्टर बच्चों का नाम पढ़ रहे शिक्षक पर भड़क गईं। मामला एक बच्चे का नाम बार-बार पढ़ने से जुड़ा था। इसके बाद पहले तो उन्होंने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। फिर कहने लगीं कि हम यहां डबल-डबल नाम पढ़ रहे हैं, आपको होश ही नहीं है, यहां सब गलत-गलत हो रहा है। मैं सब कैंसिल कर दूंगी। ‌‌वो आगे कहती हैं कि मैं कैंसिल कर दूंगी, इसके लिए आप जिम्मेदार होंगे, आपने बिल्कुल भी होमवर्क नहीं किया है। आप मुझे लिस्ट दीजिए कहा हैं, वो लिस्ट जिसमें आपने APL, BPL वाले बच्चों के नाम अलग किए हैं। लड़के-लड़कियों के अलग नाम का लिस्ट कहां हैं।

सब कुछ पैन से लिखकर रखे हो, यही कर रहे थे इतने दिन से, सबसे लास्ट में तुम्हारे ब्लॉक का हो रहा है। इसमें एक का नाम नहीं है, किसी का नाम वहां है। ये कोई तरीका नहीं है। आगे फिर वह मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करती हैं। अंतिम में कहती हैं कि तुम गारंटी लो कि जो नाम ले रहे हो ,वो सही है तब मैं करूंगी नहीं तो सब कैंसिल कर दूंगी।

माफी मांगने की मांग

इधर, इस पूरे मामले को लेकर अब व्याख्याता संघ नो मोर्चा खोल दिया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा है कि शिक्षक राष्ट्रनिर्माता है। लेकिन उनके साथ अधिकारियों का व्यवहार दो कौड़ी का होता है। अपर कलेक्टर को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्च स्तर के अधिकारियों से ऐसे व्यवहार की उम्मीद कभी नहीं रहती है। डांट फटकार नौकरी का हिस्सा है। मगर गाली का प्रयोग किसी भी सूरत में उचित नहीं है।

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