छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में मंगलवार सुबह भालुओं के हमले में एक युवक की मौत हो गई। युवक अपने खेतों को देखते हुए मनरेगा का काम करने के लिए जा रहा था। इसी दौरान दो भालुओं ने उस पर हमला कर दिया और सिर, चेहरे व जांघ से मांस नोच लिया। शोर सुनकर लोग मदद के लिए पहुंचे। लोगों को आता देख भालू वहां से भाग निकले। इसके बाद 108 एंबुलेंस से उसे अस्पताल लाया गया, लेकिन उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
उदयपुर रेंज के डांडगांव के हर्रापारा निवासी गोविंद राम पैकरा (40) पुत्र बंधु राम सुबह करीब 5 बजे अपने खेत और बदामबाड़ी होते हुए नदी पार करने बाद मनरेगा के तहत मजदूरी करने के लिए जा रहा था। तभी रोहिना छोटे झाड़ के झोरखा जंगल में कार्यस्थल पास दो भालुओं ने उस पर हमला कर दिया। गोविंद ने बचने का प्रयास किया, लेकिन भालुओं ने उसका जबड़ा उखाड़ दिया। पैर, सिर, पीठ का मांस नोच लिया।
सरगुजा DFO पंकल कमल ने परिजनों को फिलहाल 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता उपलब्ध कराई है।
मजदूरों ने बचाने का किया प्रयास, लकड़ी के स्ट्रेचर पर ले गए
शोर सुनकर करीब 200 मीटर दूर मनरेगा में काम कर रहे मजदूर फावड़ा और अन्य सामान लेकर उसे बचाने के लिए दौड़े। लोगों को आता देख दोनों भालू भाग निकले। इसके बाद लोगों ने परिजनों को इसकी सूचना दी और पुलिस के साथ एंबुलेंस को बुलाया। रोजगार सहायक राजू मरकाम बताया कि घायल युवक को लकड़ी के स्ट्रेचर बनाकर लहूलुहान हालत में मजदूर 500 मीटर दूर सड़क पर लाए। इसके आधे घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची।
दो माह में 7 लोगों को घायल कर चुका है भालू
सूचना मिलते ही सरगुजा DFO पंकल कमल सहित रेंज अधिकारी और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। परिजनों को फिलहाल 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। शेष 5.75 लाख रुपए की राशि प्रकरण तैयार करने के बाद खाते में जमा की जाएगी। बताया जा रहा है कि पिछले 2 माह के दौरान वन परिक्षेत्र उदयपुर के ग्राम डांडगांव, ललाती, सोनतराई, रामनगर, डूमरडीह में भालुओं के अलग अलग दल ने करीब 7 लोगों को घायल कर चुके हैं।