रायपुर: सेंट्रल जीएसटी की छत्तीसगढ़ यूनिट के अफसरों ने एक बड़ी कर चोरी पकड़ी है। 6.77 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के मामले में एक कारोबारी को टीम ने गिरफ्तार भी किया है। सेंट्रल जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क के अधिकारियों ने 16 अक्टूबर को भिलाई की मिनाल ट्रेडर्स नाम की कंपनी में तलाशी ली थी। इस दौरान कुछ दस्तावेज बरामद हुए। जिनकी जांच में यह बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई है। कर चोरी के मामले में मिनाल ट्रेडर्स के मालिक सुभाष चौहान को जीएसटी के अफसरों ने पकड़ कर कोर्ट में पेश किया है। रायपुर की टीम ने गिरफ्तारी भिलाई से की। गुरुवार को कोर्ट ने सुभाष चौहान को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक जीएसटी के अफसरों ने प्रारंभिक जांच में पाया कि मिनाल ट्रेडर्स ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा उठाया। इन क्रेडिट को हासिल करने के लिए 36 करोड़ से भी ज्यादा के नकली बिल का इस्तेमाल किया गया। कारोबारी सुभाष चौहान ने 1.53 करोड़ की कीमत के सामान को बिना किसी बिल के बेच दिया। इस जांच के बाद अब कारोबारी सुभाष चौहान के खिलाफ जीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 132 के तहत केस दर्ज किया गया है।
बना ली नकली कंपनियां
सेंट्रल जीएसटी से जुड़े अफसरों ने बताया कि सुभाष चौहान मामले में छानबीन जारी है। अब तक सामने आए तथ्यों के मुताबिक कारोबारी ने छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा के पतों पर कुछ कंपनियां बनाईं और इनकी मदद से टैक्स क्रेडिट का फायदा उठाते रहे। जब दस्तावेजों के आधार पर अफसरों ने जांच को आगे बढ़ाया तो पता चला कि कंपनियां असल में मौजूद ही नहीं है, सिर्फ दस्तावेजों में उन्हें दर्शाया गया है। लगातार सेंट्रल जीएसटी के अफसरों की टीम भिलाई और रायपुर में सुभाष चौहान के ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच कर रही है जिनमें और भी खुलासे हो सकते हैं।