नईं दिल्ली: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में राज्यमंत्री बने सुरेश गोपी कैबिनेट में नहीं रहना चाहते हैं। शपथ ग्रहण समारोह के बाद गोपी ने दिल्ली में मलयालम टीवी चैनल से कहा, मैं एक सांसद के रूप में काम करना चाहता हूं। मैं कैबिनेट का हिस्सा बनना नहीं चाहता था।
मैंने (पार्टी को) बता दिया था कि मुझे इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। लगता है कि मैं जल्द ही मुक्त हो जाऊंगा। गोपी केरल से भाजपा के पहले सांसद हैं। उन्होंने त्रिशुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और सीपीआई के सुनील कुमार को करीब 75 हजार वोटों से हराया है।
केरल से दो नेताओं को मोदी कैबिनेट में जगह मिली
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के दौरान, अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी का मुख्य चुनावी मुद्दा था कि त्रिशूर के लिए एक केंद्रीय मंत्री, मोदी की गारंटी। गोपी केरल से भाजपा के दो उम्मीदवारों में से एक थे। दूसरे नेता जॉर्ज कुरियन हैं, जिन्हें भी राज्य मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद गोपी ने कहा था कि वह फिल्म इंडस्ट्री नहीं छोड़ेंगे क्योंकि एक्टिंग उनका जुनून है। उनके पास पहले से ही कुछ फिल्म प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं।
सुरेश गोपी ने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया
सुरेश ने 1965 में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी की लगभग 250 फिल्मों में काम किया है। 1992 से 1995 तक उन्हें सुपरस्टार का टैग मिला था। 1998 में उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड और केरल राज्य अवॉर्ड मिला था। वे बीजेपी के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।
महिला पत्रकार से दुर्व्यवहार करने के मामले में फंसे थे
सुरेश गोपी विवादों से भी चर्चा में आए हैं। महिला पत्रकार से दुर्व्यवहार करने के मामले में सुरेश गोपी का नाम सामने आया था। इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ था।
(Bureau Chief, Korba)