बिलासपुर: जिले में एक किसान युवक को पैसे का लालच देकर धर्मांतरण कराने की कोशिश का मामला सामने आया है। युवक को ईसाई धर्म अपनाने और प्रार्थना सभा में आने के लिए 1500 रुपए दिया गया। युवक लालच में आकर प्रार्थना सभा में पहुंचा, तो उसके हाथ में बाइबिल थमा दिया गया।
उसे ईसाई धर्म नहीं मानने पर परिवार में विपत्ति आने की धमकी देकर डराया गया। इस मामले की शिकायत पर पुलिस ने ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले पादरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला सीपत थाना क्षेत्र का है।
धर्मांतरण के लिए प्रलोभन देने का मामला सीपत थाना क्षेत्र का है।
हर रविवार होती है प्रार्थना सभा
दरअसल, ग्राम गुड़ी निवासी दीपक सिंह क्षत्री (36) खेती-किसानी करता है। उसने बताया कि गांव का ही संतोष सूर्यवंशी ईसाई धर्म के प्रसार-प्रसार के लिए अपने घर में हर रविवार प्रार्थना सभा का आयोजन करता है। इसमें दूसरे गांव के लोग भी शामिल होते हैं।
प्रार्थना सभा में शामिल होने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। संतोष पिछले लंबे समय से ईसाई धर्म को मान रहा है और अब लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने में लगा है।
1500 रुपए का प्रलोभन देकर थमाया बाइबिल
उसने बताया कि जब भी वह संतोष से मिलता है, तो उसे ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए कहता है। इससे उसकी आर्थिक स्थिति सुधरने और बच्चों को बढ़िया स्कूल में भर्ती कराने का प्रलोभन देता है। दो सप्ताह पहले 17 मार्च को उसने प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए 1500 रुपए देने की बात कही।
लालच में आकर दीपक प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए गया, तो उसे 1500 रुपए और बाइबिल दिया। जिसे लेकर दीपक अपने घर आ गया। शाम को संतोष उसके घर आया। उसने कहा कि अब से तुम ईसाई हो गए हो। आगे से तुम्हें हर सप्ताह प्रार्थना सभा में शामिल होना पड़ेगा। अगर तुम ईसाई धर्म और प्रभु यीशु को नहीं मानोगे तो परिवार में विपत्ति आएगी। जिसके जिम्मेदार खुद तुम होगे।
डर कर सरपंच पति को दी जानकारी, केस दर्ज
पादरी संतोष की इस धमकी से दीपक डर गया। उसने गांव के सरपंच प्रतिनिधि दुर्गा साहू को पूरी घटना की जानकारी दी। उसने बताया कि संतोष सूर्यवंशी उसे पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहा है। मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंचे। जहां संतोष के खिलाफ केस दर्ज कराया।
(Bureau Chief, Korba)