हाथियों ने बाइक को उठाकर सड़क किनारे फेंक दिया।
सरगुजा: जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में 11 हाथियों का दल डेरा जमाए हुए है। यहां हाथियों के हमले में बाइक सवार पति-पत्नी और बच्चे की जान बाल-बाल बच गई। हालांकि हाथियों ने बाइक को उठाकर दूर फेंक दिया।
जानकारी के मुताबिक, करम कठरा के जंगल से 11 हाथियों का दल बाहर निकलकर सड़क पर आया। इसी दौरान केदमा से अंबिकापुर की ओर जा रहे बाइक पर सवार दंपति और उनका बच्चा भी वहां से गुजरने लगे। वन अमले के मना करने के बाद भी बाइक सवार इस सड़क पर आगे बढ़ने लगा। महेशपुर चौक के पास हाथियों के दल को देखकर बाइक सवार युवक के होश उड़ गए। वो तुरंत पत्नी और बच्चे के साथ गाड़ी से उतरा और जान बचाने के लिए भागने लगा। हाथियों ने उन्हें दौड़ाना शुरू कर दिया।
वनकर्मियों ने आसपास मौजूद लोगों को हाथियों से बचाया।
किसी तरह से दंपति और बच्चे की जान हाथियों से बच सकी। इधर हाथियों ने उनकी बाइक को उठाकर सड़क किनारे फेंक दिया। बाइक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। हाथियों ने बाइक में रखे झोले से सामान भी निकालकर खा लिया। झोले में रखा मक्का खाने के बाद वे जंगल की ओर चले गए।
इधर दूसरी छोर पर खड़े वनकर्मियों ने वहां मौजूद लोगों को हाथियों से दूर किया। वनकर्मी ने बताया कि बाइक में रखे झोले में मक्का और अन्य खाने के सामान की वजह से बाइक सवारों को भागने का मौका मिला, क्योंकि हाथी मक्के की खुशबू से उसकी तरफ आकर्षित हो गए और दंपति और बच्चे को दौड़ाना बंद कर दिया। इसके बाद वन विभाग उन्हें हाथियों से दूर ले गए।
फसल भी चट कर गए हाथी
इस घटना के बाद हाथियों का दल खुटेन पारा जंगल की ओर बढ़ गया और पूरी रात अलग-अलग ग्रामीणों के खेतों में लगी धान की फसल को हाथी चट कर गए। वन विभाग ने कहा कि उनके द्वारा जारी अलर्ट को अनदेखा कर ग्रामीणों की जान पर भारी पड़ सकता है। समझाइश के बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं हैं। मोबाइल से वीडियो बनाने और फोटो खींचने की जिद की वजह से भी कई बार गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
रास्ता बंद कर लोगों को दी गई समझाइश
मंगलवार को उदयपुर का साप्ताहिक बाजार होता है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से जजगी चौक, उपका पारा, लक्ष्मणगढ़, मारडीह पारा और एक अन्य जगह पर केदमा रोड को दोपहर 12 बजे से पूरी तरह देर शाम तक के लिए बंद कर दिया गया। इस दौरान वैकल्पिक मार्ग से उदयपुर जाने के लिए लोगों को समझाया गया। वन अमला 2 पालियों में हाथियों की निगरानी में जुटा हुआ है।