Saturday, April 27, 2024
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CG: छत्तीसगढ़ में शहर से गांव तक कोहरे की चादर.. दुर्ग में 9 डिग्री लुढ़का पारा, बलरामपुर के बाद अंबिकापुर के स्कूलों में 3 दिन की छुट्टी घोषित

Raipur: छत्तीसगढ़ के मौसम ने फिर अचानक करवट ली है। राजधानी रायपुर सहित कई जिलों में सुबह से हो रही हल्की बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। शहर से लेकर गांव तक कोहरा छाया हुआ है। दुर्ग जिले के तापमान में 9 डिग्री की गिरावट आई है। ठंड के बीच लोग घर से रेन कोट और छाता लेकर निकल रहे हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक कल 5 जनवरी को भी दुर्ग जिले का तापमान ऐसी ही बना रहेगा। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से चल रही ठंडी हवाओं के कारण ऐसी स्थिति बनी है। बुधवार को बारिश होने से दुर्ग जिले के तापमान में गिरावट आई है। वहीं अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 3 डिग्री तक लुढ़का है। न्यूनतम तापमान में कोई खास गिरावट दर्ज नहीं की गई है।

अंबिकापुर के स्कूलों में 3 दिन की छुट्टियां

ठंड के प्रकोप को देखते हुए बलरामपुर के बाद अब अंबिकापुर में भी स्कूलों में छुट्टी के आदेश दिया गये हैं। अंबिकापुर में 3 दिनों तक छुट्‌टी घोषित की गई है। 7 जनवरी तक छुट्टी के आदेश दिये गये हैं। 7 जनवरी तक प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक स्कूल बंद रहेंगे। कलेक्टर कुंदन कुमार ने आदेश जारी किया। ठंड के कारण बच्चों की तबियत नहीं बिगड़े, इसलिए सरगुजा जिला प्रशासन ने विंटर वेकेशन को बढ़ाने का फैसला लिया है। वहीं घने कोहरे के कारण स्कूल बसों को भी आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इससे हादसों की आशंका भी लगातार बनी हुई है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से चल रही ठंडी हवाओं के कारण ऐसी स्थिति बनी है। बुधवार को बारिश होने से दुर्ग जिले के तापमान में गिरावट आई है। वहीं अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 3 डिग्री तक लुढ़का है। न्यूनतम तापमान में कोई खास गिरावट दर्ज नहीं की गई है।

बलरामपुर के स्कूलों में दो दिन की छुट्टी

बलरामपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए 4 और 5 जनवरी को सभी निजी व शासकीय स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। हालांकि पहले से ही सुबह की पाली के स्कूल 9 बजे से लग रहे हैं। दिनभर शीतलहर चलने व आगामी दो दिनों में तापमान में और गिरावट के मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए कलेक्टर ने यह आदेश जारी किया है।

कोहरे में छिपा रायपुर निगम का भवन।

कोहरे में छिपा रायपुर निगम का भवन।

दुर्ग में सुबह से ही बादल छाए रहे और कोहरा देखने को मिला। शहरी क्षेत्रों में जहां कम कोहरा है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कोहरा काफी अधिक बताया जा रहा है। दुर्ग जिले की बात करें तो मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं बुधवार सुबह यहां का तापमान 19 डिग्री रिकॉर्ड किया है।

सुबह से छाया कोहरा।

सुबह से छाया कोहरा।

रायपुर समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में घना कोहरा छाए रहने के साथ ही साथ ही हल्की बारिश भी हुई। इसके चलते ठंड में बढ़ोतरी हो गई। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 2 दिनों तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा, घना कोहरा के साथ घना कोहरा के साथ कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हो सकती। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी इससे ठंड और बढ़ेगी।

दिन में लाइट ऑन कर चलानी पड़ रही गाड़ियां।

दिन में लाइट ऑन कर चलानी पड़ रही गाड़ियां।

रायपुर में भी सुबह से हल्की बूंदाबांदी हो रही है। बारिश ने ठंड और बढ़ा दी है। शहर में अब भी कोहरा छाया हुआ है। मौसम में अचानक हुए बदलाव से जाती हुई ठंड फिर से लौट आई है। मौमस विभाग के अधिकारी अभी ऐसी ही स्थिति रहने की बात कह रहे हैं।

दो दिनों तक रहेगी ऐसी स्थिति

मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार व गुरुवार को प्रदेश के सरगुजा, पेंड्रा रोड, जांजगीर, बिलासपुर, कोरबा, कवर्धा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुबह-सुबह घना कोहरा छाएगा। कोहरे के दौरान लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है,साथ ही वाहन भी धीमी गति से चलाएं। विभाग के अनुसार शुक्रवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू होगी और ठिठुरन और बढ़ेगी।

छत्तीसगढ़ राज्य का तापमान

छत्तीसगढ़ राज्य का तापमान

ट्विनसिटी में सुबह से हो रही सामान्य बारिश

ट्विनसिटी में बुधवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड देखें तो ट्विनसिटी में 4 बार जनवरी के महीने में बारिश होती रही है। कभी महीने की शुरूआत में बारिश हुई तो कभी अंत में। मौसम विभाग के अनुसार बादल छाए रहने से ऐसी स्थिति बन रही है। इससे अधिकतम व न्यूनतम तापमान और गिर सकता है।

ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाकर बैठे लोग

ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाकर बैठे लोग

जल गए अलाव

अचानक ठंड बढ़ने से भिलाई में अब अलाव फिर से जल गए हैं। लोग अपने घरों के बाहर अलाव जला रहे हैं। लोगों का कहना है कि अलाव जलाकर कई लोगों के बैठने से उनका टाइम भी कटता है और कई तरह की बातें हो जाती है। ठंड से भी राहत मिल जाती है। बढ़ती ठंड को देखते हुए नगर निगम ने भी सार्वजनिक स्थलों में अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

बारिश के चलते छाता लेकर बच्चे को स्कूल ले जाते परिजन

बारिश के चलते छाता लेकर बच्चे को स्कूल ले जाते परिजन

ठंडे के बीच सुबह का स्कूल

ठंड के मौसम में तापमान तो कम हो गया, लेकिन स्कूल का समय बदलाव नहीं हुआ। सुबह की पाली में स्कूल जाने वाले बच्चों को बारिश और कोहरे की वजह से स्कूल जाने में काफी परेशानी हुई। कई बच्चे अपने पैरेंट्स के साथ गर्म कपड़ों के साथ रेन कोट में स्कूल जाते दिखे।

सर्दी के मौसम में ली जाने वाली 5 सावधानियां

सर्दी के मौसम की सूचना मिलते ही, हम सब कड़ाके की पड़ने वाली ठंड और कोहरे के लिए तैयार होना शुरू कर देते हैं। यही वह समय होता है जब हम अपनी ड्राई स्किन और रोज़ होने वाले फ्लू से भी परेशान होते हैं और इसी कारण मेहनत से बनाई छुट्टियों की योजना भी धराशाई हो जाती है। यही कारण है कि सर्दियों के मौसम में अधिकतर डॉक्टर क्लीनिक और अस्पताल में सर्दी और खांसी से परेशान मरीजों की संख्या अधिक होती है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप स्वयं को सर्दी के मौसम में पूरे समय स्वस्थ एवं सुरक्षित रखें। हालांकि यह काम थोड़ा कठिन अवश्य है, लेकिन फिर भी कुछ तरीके ऐसे हैं जिनकी मदद से आप सामान्य रूप से होने वाली बीमारियों को अपने परिवार से दूर रख सकते हैं।

सामान्य सर्दी

सर्दी के मौसम में आप देखेंगे कि आपके आस पास घर हो या दफ्तर, हर जगह सर्दी और खांसी से परेशान व्यक्ति मिल ही जाएंगे। हालांकि सामान्य रूप से होने वाली सर्दी से कोई विशेष परेशानी नहीं होती है लेकिन यदि इसका समय पर उपचार न किया जाये तब यह तेज़ सिरदर्द, खराब गले, बलगम जमा होना और नाक के इन्फेक्शन में बदल सकती है। इसलिए सामान्य रूप से होने वाली सर्दी से बचाव के लिए अच्छा होगा कि भली-प्रकार से जरूरत के अनुसार गरम कपड़े पहने जाएं और जहां तक हो सके घरेलू उपचार जैसे गर्म पानी के गरारे करना, गरम पानी की भाप लेकर भी सर्दी और खांसी को दूर कर सकते हैं।

निमोनिया

निमोनिया की बीमारी का सबसे पहला लक्षण ठंड लगना हो सकता है और यदि इसका उपचार न किया जाये तो यह नुकसानदेह भी हो सकता है। यह बैक्टीरिया से होने वाला इन्फेक्शन है और इसके कारण आपको दूसरी विभिन्न बीमारियाँ भी हो सकती हैं। कुछ स्थितियों में इसका इलाज केवल डॉक्टर को दिखाने भर से और एंटी बायोटिक लेने से भी काम चल जाता है। लेकिन बीमारी के लक्षणों के आधार पर कभी-कभी मरीज को अधिक देखभाल की जरूरत होती है जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत हो सकती है।

ड्राई स्किन

सर्दी में, विशेषकर कम नमी वाले मौसम में स्किन का ड्राई होना एक आम परेशानी है। सर्दी के मौसम में तेज़ गरम पानी से नहाने से बचना चाहिए जिससे आप स्किन पर होने वाली खुजली से बच सकें। इसके लिए अच्छी तरह से क्रीम या पेट्रोलियम जैली से स्किन को मॉस्चराइज करना चाहिए जिससे आप ड्राई स्किन की परेशानी से बच सकते हैं।

फ्लू

सर्दी के मौसम में फ्लू एक सामान्य रूप से होने वाली बीमारी मानी जाती है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि अपने हमेशा खाने से पहले हाथ धो लें जिससे हर प्रकार के किटाणु हमसे दूर रह सकते हैं। इसके साथ ही हमेशा कान ढ़क कर और मोज़ों को पहन कर शरीर को गरम रखने का प्रयास करना चाहिए।

सर्दी में होने वाली बीमारियों से बचाव कैसे करें:

शरीर को गरम रखने के लिए थोड़े अधिक गरम कपड़े पहनें

स्वच्छता का ध्यान रखें

नियमित रूप से स्किन को मॉस्चराइज करें

ठंडा पानी पीने से बचें

तेज़ गरम पानी के स्नान से बचें

पौष्टिक भोजन करें

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