- बजट, निर्माण कार्य और संसाधन जुटाने सहित स्वशासी समिति के विभिन्न प्रस्तावों पर हुई चर्चा
रायपुर: स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज बिलासपुर स्थित छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (CIMS), दुर्ग के चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय और रायगढ़ शासकीय मेडिकल कॉलेज के स्वशासी समिति की बैठक ली। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सिंहदेव के रायपुर के सिविल लाइन स्थित निवास कार्यालय में आयोजित तीनों मेडिकल कॉलेजों के स्वशासी समिति की अलग-अलग बैठक में मेडिकल कॉलेजों के प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की गई।
श्री सिंहदेव ने सभी मेडिकल कॉलेजों के स्वशासी समिति की बैठक हर तीन माह में आयोजित करने के निर्देश दिए। आज हुई बिलासपुर, दुर्ग और रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के स्वशासी समिति की बैठक में तीनों कॉलेजों के बजट प्रस्ताव, निर्माण कार्यों, चिकित्सकों और प्राध्यापकों की भर्ती सहित विभिन्न व्यवस्थाओं एवं संसाधनों पर विचार-विमर्श किया गया। चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर., आयुक्त श्रीमती नम्रता गांधी, संचालक डॉ. विष्णु दत्त और सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक श्री चंद्रकांत वर्मा भी बैठक में शामिल हुए। तीनों कॉलेजों के डीन और चिकित्सा अधीक्षक भी बैठक में मौजूद थे।
चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के स्वशासी समिति की बैठक में अगले माह 17 मार्च से 22 मार्च तक छह दिवसीय वार्षिक उत्सव के आयोजन की मंजूरी दी गई। इसके लिए पांच लाख रूपए की स्वीकृति दी गई। महाविद्यालय के लेक्चर हॉल में अध्यापन के लिए पांच लैपटॉप खरीदने की भी स्वीकृति दी गई। इसके लिए चार लाख रूपए मंजूर किए गए। स्वशासी समिति की बैठक में महाविद्यालय के बालक छात्रावास और इंटर्न छात्रावास के उद्यान का उन्नयन व सौंदर्यीकरण सीएसआर मद से कराने की सहमति प्रदान की गई। मरीजों की सुविधा के लिए दुर्ग संभाग के आयुक्त और दुर्ग के कलेक्टर द्वारा महाविद्यालय को एक-एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया। राज्य शासन द्वारा शव वाहन उपलब्ध कराने की भी सहमति प्रदान की गई।
छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज बिलासपुर की स्वशासी समिति की बैठक में कॉलेज में स्टॉफ नर्सेज की कमी को देखते हुए स्वशासी समिति से कलेक्टर दर पर 100 नर्स रखे जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सिंहदेव ने बैठक में वर्तमान मेडिकल कॉलेज परिसर में जगह की कमी के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज को सरकंडा (कोनी) में उपलब्ध भूमि में 950 बिस्तरों के चिकित्सालय और महाविद्यालय भवन के निर्माण का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। बैठक में स्वशासी मद के खातों के ऑडिट के लिए सीए की नियुक्ति और बायोमीट्रिक मशीन खरीदने की भी मंजूरी दी गई।