BHILAI: भिलाई के सुपेला थाना क्षेत्र में गौतम नगर और राजीव नगर के लोगों के बीच रविवार देर रात जमकर विवाद हो गया। आपराधिक किस्म के लोग गौतम नगर निवासी रामा गिरि के घर पहुंचकर पथराव कर दिया। उस समय रामा की छोटी बेटी की बर्थडे पार्टी चल रही थी। खुशी का माहौल अचानक चीख-पुकार में बदल गया। आरोपियों ने एक को चाकू मार दिया और मारपीट में कई लोग घायल हुए हैं।
स्थानीय निवासी विक्की सिंह ने बताया कि रामा गिरि रविवार रात 9 बजे के करीब घर पर अपने परिवार के साथ था। उसकी छोटी बेटी का जन्मदिन था, जिसकी पार्टी चल रही थी। इसी दौरान राजीव नगर के रहने वाले भोला, उसके पिता, भाई, जीजा, चिन्ना, उसका भाई, वीरेंद्र और नितीश सहित 4-5 नाबालिग लड़के पथराव कर रहे थे।
झगड़े में भरत और उसके भाई के सहित कई अन्य हुए घायल।
पुराने झगड़े को लेकर की मारपीट
विवाद के दौरान भोला चाकू लेकर रामा के भाई भरत गिरि पर वार करने लगा। भरत की पत्नी ने भोला को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह भरत के पेट में चाकू मार चुका था। भोला को बचाने के लिए विक्की ने उसे पीछे से पकड़ा। इसी दौरान वीरेंद्र आया और भोला को छुड़ाकर ले गया।
घायल रामा गिरि ने बताया कि मेरे छोटे भाई भरत से झगड़ा हुआ था। वो अपने बच्चे का बर्थडे मना रहा था। शोर सुनकर वो घर से बाहर निकला और भाई को बचाने के लिए आया तो भोला से साथ आए। चिन्ना और अन्य लोगों ने बेस बल्ला और राड से हमला कर दिया। इस हमले में 5-6 लोगों को चोट आई है।
घायलों को पहुंचाया गया लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला।
कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा है भोला
बताया जा रहा है कि भोला आदतन अपराधी किस्म का व्यक्ति है। वो मोहल्ले के लोगों के साथ हर समय नशे में रहता है। वो लोग अपने साथ चाकू और कटर रखते हैं। वो लोग आदतन नशे के आदि हैं। कोई कुछ बोलता है, वो लोग उनसे विवाद करते हैं।
कुछ महीने पहले भोला चाकू बाजी के केस में जेल गया था और कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया है। पुरानी रंजिश को लेकर उन लोगों ने फिर से गिरी परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। सुपेला पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
भरत को रेफर किया दुर्ग
भोला ने भरत गिरि के पेट में चाकू इतनी तेजी से मारा की पसली के पास फट गया। इससे पेट के अंदर की आंत बाहर आ गई। उसे किसी तरह रात 10 बजे लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने किसी तरह आंत को पेट के अंदर कर टांके लगाए। इसके बाद उसकी हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल दुर्ग रेफर किया गया है।