बिलासपुर: जिले में मंगलवार को डीजल इंजन की चपेट में आने से की-मैन गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए रेलवे अस्पताल से रायपुर रेफर किया गया है। आरोप है कि इंजन के चालक ने हॉर्न नहीं बजाया। इसलिए की-मैन को ट्रैक पर इंजन के आने की भनक नहीं लगी।
बताया जा रहा है कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन से कोचिंग डिपो दिशा में तारबाहर अंडरब्रिज के पास ट्रैक पर की-मैन भारत लाल साहू काम कर रहा था। उसी समय अचानक डीजल इंजन आ गई। जब इंजन करीब पहुंचा, तब रेलकर्मी की नजर पड़ी। उसने हटने की कोशिश की, लेकिन उसका पैर पटरी में फंस गया। जिससे वो बुरी तरह जख्मी हो गया।
रेलकर्मियों ने पहुंचाया अस्पताल, रायपुर रेफर
इस घटना के बाद आसपास खड़े रेलकर्मियों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक इलाज के बाद रायपुर रेफर कर दिया गया है। मामले की सूचना रेलवे के अफसरों को दी गई। यदि वह पूरी तरह इंजन की चपेट में आता है, तो उसकी जान भी जा सकती थी।
चालक पर लगाया लापरवाही का आरोप
ऑल इंडिया रेलवे ट्रैकमेंटेनर यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री और बिलासपुर जोन ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार कौशिक का कहना है कि यह घटना डीजल पावर इंजन के चालक की लापरवाही के कारण हुई है। चालक ने यार्ड में हार्न ही नहीं बजाया। यदि हॉर्न बजा देते तो वह लाइन से हट जाते।
अफसरों से व्यवस्था सुधारने की मांग
उनका कहना है कि इस तरह घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। इस संबंध में ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन के पदाधिकारी शंटिंग के दौरान सुरक्षा को गंभीरता से लेने की मांग रेल अफसरों से कर चुके हैं। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हुई। इस घटना से एसोसिएशन नाराज है। एक बार अफसरों से भेंट कर व्यवस्था सुधारने की मांग की जाएगी।