रायपुर: गार्बेज फ्री सर्वेक्षण 2022-23 में पहली बार रायपुर नगर निगम को 5 स्टार रैकिंग मिली है। छत्तीसगढ़ में 5 स्टार रैकिंग पाने वाला रायपुर पहला निगम है। शहर से रोजाना 600 से 700 मैट्रिक टन कचरा निकलता है। इससे रोजाना 25 टन खाद तैयार की जा रही है।
रायपुर शहर के 2.92 लाख घरों और 45 हजार कॉमर्शियल जगहों से निकलने वाले कचरे का साइंटफिक तरीके से निष्पादन किया जा रहा है। इसमें गंदे पानी का ट्रीटमेंट, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, प्लास्टिक की रिसाइकिलिंग शामिल है।
रोजाना 25 हजार लीटर पानी का ट्रीटमेंट
शहर से निकलने वाले कचरे को पूरी तरह से सेग्रिगेट किया जा रहा है। सकरी में गीले कचरों से निकलने वाले गंदे पानी का ट्रीटमेंट होता है। उस पानी का इस्तेमाल पेड़-पौधों, गाड़ी साफ करने और फैक्ट्रियों में किया जा रहा है। ये ट्रीटमेंट प्लांट 40 हजार लीटर कैपेसिटी का है, जिससे रोजाना 25 हजार लीटर ट्रीटेट वाटर मिल रहा है।
प्लास्टिक रिसाइकिल
सकरी में ही 15 लाख मैट्रिक टन प्लास्टिक रिसाइकिल के लिए प्लांट लगाया गया है। रोजाना 5 मैट्रिक टन प्लास्टिक रिसाइकिल कर बैलेट (छोटी गोली ) बनाई जा रही है और उसे दूसरी कंपनी को बेचा जाता है।
फैक्ट्री में ईंधन के रूप में इस्तेमाल हो रहा वेस्ट कचरा
रायपुर नगर निगम की ने कचरा निष्पादन का कार्य रामकीं कम्पनी को को दिया है। गीले कचरे से खाद बनाने और अन्य सूखे कचरे से प्लाटिक रिसाइकिल करने के बाद जो वेस्ट मटेरियल बचता है, उसे भी प्रोसेस किया जा रहा है। उसे सीमेंट फैक्ट्री अन्य फैक्ट्री में बेचा जाता है, जहां उसका इस्तेमाल ईंधन के रूप में किया जा रहा है।
लोगों की आदत में आया बदलाव
जनता में भी साफ सफाई को लेकर बड़ा बदलाव आया है। लोग अब कचरा घर से बाहर नहीं फेंक रहे हैं। अगर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए गाड़ी नहीं पहुंची तो वे घर में ही कचरा रखते है, और कलेक्शन गाड़ी का इंतजार करते हैं। अगर गाड़ियां समय पर नहीं आती तो पब्लिक की ओर से इनकी शिकायती भी की जा रही है।
वाटर प्लस कैटेगरी में पहली बार रायपुर निगम
रायपुर नगर निगम वाटर प्लस कैटेगरी में पहली बार शामिल हुआ है। इसमें निगम को 1125 अंक मिले है। शहर के नाली-नालों के गंदे पानी का ट्रीटमेंट कर री यूज के लिए 4 एसटीपी चल रहे है। वहीं तालाबों और खुली जगहों पर खुले में शौच को रोककर ओडीएफ फ्री शहर बनाया गया है। सभी वार्डो में सुलम शौचालयों की व्यवस्था, घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है ।